सैयद जावेद हुसैन, सह संपादक (छत्तीसगढ़):
धमतरी- हटकेशर, सुभाष नगर वार्ड स्थित श्री नागदेव परिवार द्वारा आयोजित संगीतमय श्री शिव महापुराण कथा के चौथे दिन नगर पालिक निगम के महापौर विजय देवांगन, एमआईसी सदस्य राजेश ठाकुर, पार्षद संजय डागौर कथा प्रसंग स्थल पहुचे जहाँ कथा वाचक नारायण कौशिक के मुख से भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंग के जीवन चरित्र प्रसंग कथा का आनंद उठाया, कथा वाचक नारायण कौशिक ने भगवान शिव की महिमा का बखान करते हुए कहा कि देश के कोने कोने में विराजे शिव जी के 12 लिंग सोमनाथ, नागेश्वर, भीमाशंकर, त्र्यंबकेश्वर, ग्रिशनेश्वर, बैद्यनाथ, महाकालेश्वर, ओंकारेश्वर, काशी विश्वनाथ, केदारनाथ, रामेश्वरम और मल्लिकार्जुन के नाम जपने से मनुष्य की सारी पीड़ा और बाधाए दूर हो जाती है, क्योंकि त्रिदेवों में इन्हें संहार का देवता भी माना गया है।
शिवोपासना को अत्यन्त सरल माना गया है। अन्य देवताओं की भांति भगवान शिव को सुगंधित पुष्पमालाओं और मीठे पकवानों की आवश्यकता नहीं पड़ती।
शिव महापुराण कथा का सुनने पहुचे महापौर विजय देवांगन ने कहा की शिव पुराण में प्रमुख रूप से शिव-भक्ति और शिव-महिमा का विस्तार से वर्णन है।
लगभग सभी पुराणों में शिव को त्याग, तपस्या, वात्सल्य और करुणा की मूर्ति बताया गया है। शिव सहज ही प्रसन्न हो जाने वाले एवं मनोवांछित फल देने वाले हैं।
कथावाचक कौशिक जी ने भगवान ‘शिव पुराण’ में शिव के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए उनके रहन-सहन, विवाह और उनके पुत्रों की उत्पत्ति के विषय में विशेष रूप से वर्णन किया है।
साथ ही पूजा एवं परायण करता पं.नारायण कौशिक जी ने भी पूरे शिव जी के मंत्रोपचार व स्लोक से शिव जी के भजन का रसपान कराया, जिससे पूरा वार्ड शिव मय हो गया है, मैं आयोजक समिति को बहुत बहुत बधाई देता हूँ जिन्होंने शिव महापुराण की कथा का आयोजन कर वार्ड को भक्तिमय किया।