60 सीटों वाले त्रिपुरा में चुनावी दंगल शुरू हो चुका है।
गुरुवार को मतदान की प्रक्रिया जारी है। खास बात है कि साल 2018 में प्रदेश में सूपड़ा साफ करा चुकी कांग्रेस के दिग्गज नेता इस बार भी प्रचार के मैदान से दूर ही नजर आए।
एक ओर जहां बुधवार को वायनाड सांसद राहुल गांधी जम्मू और कश्मीर के गुलमर्ग में स्कींग करते दिखे। वहीं, राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का त्रिपुरा पहुंचना टलता रहा।
त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में मतदान से एक दिन पहले ही राहुल ने गुलमर्ग में बर्फ का लुत्फ उठाया। सोशल मीडिया पर शेयर किए गए फोटोज और वीडियो में उन्हें स्कींग करते देखा जा सकता है।
संसद के बजट सत्र के पहले हिस्से के समापन के बाद वह जम्मू और कश्मीर पहुंचे थे। खास बात है कि जनवरी के अंत में ही कांग्रेस नेता जम्मू और कश्मीर में थे। उस दौरान ‘भारत जोड़ो’ यात्रा का समापन हुआ था।
खड़गे और प्रियंका भी रहे नदारद
मंगलवार को ही त्रिपुरा में प्रचार अभियान थम गया था। इस चुनाव से केवल राहुल ही नहीं, बल्कि मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रियंका गांधी वाड्रा भी नदारद रहे।
खबर है कि पार्टी के तीनों ही बड़े नेताओं ने कोई भी कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया। कहा जा रहा है कि कांग्रेस की त्रिपुरा इकाई ने प्रचार के लिए खड़गे, पूर्वोत्तर राज्यों के वरिष्ठ नेताओं, कन्हैया कुमार जैसे नेताओं से संपर्क साधा था, लेकिन कोई भी नहीं पहुंचा।
हालांकि, अधीर रंजन चौधरी, पश्चिम बंगाल से सांसद दीप दासमुंशी, प्रदेश प्रभारी अजय कुमार कुछ रैलियों में शामिल हुए।
पूर्वोत्तर राज्यों में चुनाव की निगरानी का जिम्मा असम सांसद अब्दुल खलीक, अरविंदर सिंह लवली और मुकुल वासनिक को दिया गया था, लेकिन ये नेता भी एक ही दिन नजर आए।
2018 में क्या हुआ था हाल
त्रिपुरा की 60 सीटों में से कांग्रेस ने 59 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन पार्टी एक भी सीट नहीं जीत सकी थी। इतना ही नहीं कांग्रेस की 58 सीटों पर जमानत भी जब्त हो गई थी।
इस बार कांग्रेस ने CPI-M के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। सीट बंटवारे के अनुसार, कांग्रेस 13 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
जबकि, वाम ने 47 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। इनमें सीपीएम 43 सीटों पर मैदान में है। फॉरवर्ड ब्लॉक, सीपीआई और रिवॉल्युशनरी सोशलिस्ट पार्टी एक-एक सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं।