तमिलनाडु के कृष्णागिरी जिले में डीएमके के एक DMK पार्षद द्वारा कथित तौर से हमला किए जाने के बाद एक 29 वर्षीय सैनिक की मौत हो गई।
पुलिस ने कहा कि एक सार्वजनिक टैंक पर कपड़े धोने को लेकर सिपाही प्रभु और डीएमके पार्षद चिन्नासामी के बीच बहस हुई। पुलिस ने बताया कि इस हमले में सिपाही का भाई प्रभाकरन भी घायल हो गया।
बाद में 8 फरवरी को फिर दोनों के बीच जमकर लड़ाई हुई। भीड़ ने डीएमके पार्षद का साथ दिया। इस हमले में घायल फौजी प्रभु को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कल रात उनकी मौत हो गई।
इस मामले में केस दर्ज करने के बाद पुलिस ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी। घटना के अगले दिन ही यानी 9 फरवरी को छह लोगों को गिरफ्तार किया गया।
DMK पार्षद सहित तीन और लोगों को बुधवार को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने कहा कि भीड़ ने सैनिक पर हमला करने के लिए लकड़ियों का इस्तेमाल किया था।
सत्तारूढ़ डीएमके ने अभी तक इस हत्याकांड पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई ने कहा, “एक सैनिक के लिए उसके गृहनगर में कोई सुरक्षा नहीं है। लोग उदासीन मुख्यमंत्री को देख रहे हैं जिनके पास गृह विभाग है।”