दुर्ग। पदमनाभपुर क्षेत्र के सुने मकान में घटित नकबजनी के मामले का दुर्ग पुलिस द्वारा खुलासा किया गया है भारी मात्रा में सोने-चांदी के जेवरात एवं नगदी रकम की नकबजनी की हुई थी सोने-चांदी के जेवरात व नगदी रकम बरामत किया गया है जिसकी कीमत मेकिंग चार्ज और टैक्स मिलाकर 3 करोड़ से अधिक की आकी जा रही है जिसमे 3 किलो से अधिक सोना और 15 किलो से अधिक चांदी और नगर 6.5 लाख नगर बरामत किया गया है। दुर्ग पुलिस की इस गठित टीम की मेहनत और सफलता को देखते हुए पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज दुर्ग डॉ.आनंद छाबड़ा ने टीम को 25 हजार इनाम घोषित किया है।
सीसीटीवी फूटेज एवं विषेष सूत्रों के माध्यम से आरोपी की पहचान हुई। आरोपी टोपी चष्मा बेचने का व्यवसाय करने के बहाने लिया था दुर्ग में किराये का मकान लेकर रह रहा था। घूमते हुये सुने मकान को देखकर देता था नकबजनी की घटना को अंजाम देने के लिए बनाता था निशाना। आरोपी के विरूद्ध नागपुर महाराष्ट्र में के विभिन्न थाना क्षेत्रों में चोरी-नकबजनी, लूट, डकैती के प्रयास एवं एक्सटॉर्सन के तकरीबन 41 आपराधिक मामलें है दर्ज।
चोरी की मशरूका सोने-चांदी के जेवरातों को जमीन में गाड़कर व नगदी रकम को रखा था तकिया के अंदर छिपाकर रखा गया था पुलिस की टीम को लगातार 5000 किलोमीटर का सफर बिना रूके 03 दिनो में पूरा करने के बाद, आरोपी को गिरफ्तार करने एवं चोरी की मशरूका बरामद करने में मिली सफलता। करोड़ो की इस बड़ी चोरी की घटना में पुलिस ने लगभग सौ प्रतिशत रिकवरी की है। जो की एक बड़ी सफलता है।
नागपुर का निगरानी बदमाश आदतन अपराधी ही निकला मामले का आरोपी। 01 आरोपी गिरफ्तार किया गया है।
एन्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट दुर्ग एवं चौकी पदमनाभपुर की संयुक्त कार्यवाही
मिली जानकारी के अनुसार दिनांक 07.02.2023 को प्रार्थी पंकज राठी निवासी आदर्ष नगर दुर्ग ने चौकी पदमनाभपुर थाना दुर्ग में रिपोर्ट दर्ज कराई की दिनांक 05.02.2023 को शाम 04 बजे के करीब अपनी पत्नि, भाई, भाभी, मॉ-पिता जी एवं बच्चों के साथ अपने घर ताला बंद करके रिश्तेदार के घर विवाह समारोह में सम्मिलित होने हेतु रायपुर गया हुआ था। दिनांक 06.02.2023 की रात्रि 12 बजे घर वापस आकर देखा तो कोई अज्ञात व्यक्ति मेन गेट के लोहे का दरवाजा खोलकर घर के गेट का ताला तोड़कर आलमारी का लॉक तोड़कर आलमारी मे रखे मॉ, भाभी एवं पत्नि के सोने के आभूषण करीब 200 तोला एवं चॉंदी का बर्तन एवं सिल्ली तकरीबन 15 किलोग्राम एवं नगदी रकम करीबन 10 लाख रूपये को चोरी कर ले गया है कि रिपोर्ट पर धारा 457,380 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
जिले मेें लगातार घटित हो रही नकबजनी की घटनाओं को अत्यंत ही गंभीरता से लेते हुये पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज दुर्ग डॉ.आनंद छाबड़ा एवं पुलिस अधीक्षक महोदय डॉ.अभिषेक पल्लव के द्वारा आरोपी की शीघ्र पतासाजी कर माल बरामदगी करने हेतु निर्देशित किया गया। जिसके परिपालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) संजय ध्रुव, नगर पुलिस अधीक्षक, दुर्ग वैभव बैंकर रमनलाल, उप पुलिस अधीक्षक (अपराध) प्रभात कुमार के मार्गदर्शन में ए.सी.सी.यू प्रभारी निरीक्षक संतोष मिश्रा व चौकी पदमनाभपुर प्रभारी निरीक्षक राजीव तिवारी के नेतृत्व में ए.सी.सी.यू, चौकी पदमनाभपुर एवं दुर्ग सिविल टीम की एक संयुक्त टीम गठित कर टीम को कार्यवाही हेतु लगाया गया था।
टीम द्वारा संदेहियों पर निगाह रखी, आदतन अपराधियों व जेल से रिहा हुये अपराधियों से पूछताछ कर के प्रयास किये जा रहे थे विषेश सूत्र भी लगाये गये थे एवं आसपास के मार्गो में लगे सीसीटीवी कैमरो का सूक्ष्मता से अवलोकन, जिससे एक संदेही का फूटेज घटना के अनुमानित समय पर प्राप्त हुआ था, प्राप्त फूटेज के आधार पर उस संदेही के घटना स्थल आवागमन के समय अनुसार लगातार मार्गो पर लगे सीसीटीवी के माध्यम से अवलोकन करते हुये पीछा किया गया जो कि ग्रीन चौक मोहन नगर दुर्ग तक निरतंर दिखाई देता रहा। रात्रि के समय भी काफी भीड़-भाड़ वाला स्थान होने से संदेही की पहचान करने में काफी असुविधा हो रही थी जिसके बावजूद भी टीम द्वारा आगे जाने के सभी मार्गाे में लगे सीसीटीवी कैमरों का अवलोकन किया गया जिससे आरोपी का एक निश्चित निवास का दायरा तय किया जा सका एवं स्थानीय विषेश सूत्रों से जानकारी के आधार पर आरोपी की पहचान अक्षय ईरानी हाल निवासी तितुरडीह के रूप में की। पहचान सुनिधित होने के बाद सूत्रों के माध्यम से आरोपी के निवास, स्थानीय संबंध, दोस्तो एवं परिवार के व्यक्तियों के संबंध में विस्तृत जानकारी एकत्र की गई जिससे पता चला कि आरोपी अक्षय भैसारे मूलतः मिनीमाता नगर कलमना नागपुर महाराष्ट्र का निवासी है जिसके विरूद्ध नागपुर महाराष्ट्र के विभिन्न थाना क्षेत्रों में चोरी-नकबजनी, लूट, डकैती के प्रयास एवं एक्सटॉर्सन के तकरीबन 41 आपराधिक मामलें दर्ज है। आरोपी पूर्व में अपने पड़ोस मे ही रहने वाली किसी ईरानी युवती से प्रेम विवाह कर युवती के साथ छ.ग. आ गया था जो कि पिछले 01 साल से केलाबाड़ी, भाठापारा एवं तितुरडीह दुर्ग में अपनी पत्नि के साथ निवास कर रहा था। आस-पास के लोगो को टोपी चष्मा बेचने का व्यवसाय करने की बात बताता था जबकि वास्तविकता में वह दिनभर घूमते रहता व रात में चोरी की घटनाओं को अंजाम देता था। आरोपी के संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त होने के उपरांत तकनीकी आधार पर आरोपी की उपस्थिति पता करने पर मुंबई व गोवा में होना पता चला।
आरोपी के संबंध में प्राप्त विस्तृत जानकारी से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया जिनके निर्देशन एवं मार्गदर्शन में आरोपी की गिरफ्तारी करने हेतु नगर पुलिस अधीक्षक दुर्ग वैभव बैंकर रमनलाल के नेतृत्व में 11 सदस्यीय 01 टीम गठित कर अधिग्रहित वाहनों में मुबंई एवं गोवा रवाना किया गया।
टीम द्वारा लगातार आरोपी की उपस्थिति की जानकारी प्राप्त करते हुये गोवा पहुंच कर गोवा के मापुसा क्षेत्र में पतासाजी किया जाता रहा, गोवा में अलग-अलग क्षेत्रों में विभाजीत होकर टीम के सदस्य फोटो के आधार पर आरोपी की पतासाजी करते रहे इसी दौरान तकनीकी माध्यम से आरोपी की उपस्थिति एन्जुना बीच गोवा मे होना पता चलने पर बहुत ही कम समय में अलग-अलग क्षेत्रों में पतासाजी कर रही टीमें बेहतरीन आपसी समन्वय स्थापित कर यथासंभव स्थानीय साधनों के माध्यम तत्काल एन्जुना बीच पहुंच कर आरोपी की गतिविधियों का लगातार अवलोकन करते रहे बीच से बाहर निकलते ही उसे घेराबंदी कर पकड़ने में सफलता प्राप्त हुई। टीम द्वारा घटना के बाद से लगातार आरोपी की पहचान सुनिष्चित करने एवं पतासाजी कर माल बरामदगी एवं गिरफ्तारी का प्रयास किया जाता रहा। टीम द्वारा लगातार 5000 किलोमीटर का सफर बिना रूके 03 दिनो में पूरा करते हुये आरोपी को गिरफ्तार करने एवं चोरी की मषरूका बरामद करने में सफल रहे। आरोपी से पूछताछ करने पर उक्त घटना के साथ ही विगत 01 वर्ष के दौरान जिले के अन्य क्षेत्रों में भी नकबजनी की घटनाओं को अंजाम देना स्वीकार किया गया। विस्तृत पूछताछ करने पर आरोपी के द्वारा करीब 01 सप्ताह पूर्व आदर्ष नगर दुर्ग में अपनी मैस्ट्रो दुपहिया वाहन से रेकी करने के बाद एक सूने मकान के दरवाजे का ताला तोड़कर आलमारी में रखे सोने-चांदी के जेवरात एवं नगदी रकम को चोरी करने के बाद सोने-चांदी के जेवरात एवं नगदी रकम को एक बैग में भरकर अपनी मैस्ट्रो वाहन में रखकर ले जाना, जिसमें से सोने-चांदी के जेवरात को अपने ससुराल भाठापारा के घर की बाड़ी में जमीन में गड्ढा खोदकर गड़ा कर छिपाना एवं नगदी रकम को तकिया के अंदर भरकर सिलाई करके रखना, कुछ नगदी रकम अपने साथ रखकर गोवा घूमने आना व खर्च करना बताया जिससे टीम द्वारा लगातार सफर करते हुये वापस आकर भाठापारा से चोरी गई सोने-चांदी की मषरूका व शेष नगदी रकम को बरामद कर जप्त किया गया। चोरी के अन्य मामलों में आरोपी के द्वारा घटित किया जाना बताने के संबंध में टीम द्वारा विस्तृत पूछताछ कर तस्दीक कार्यवाही की जा रही है। आरोपी के विरूद्ध अग्रिम कार्यवाही चौकी पदमनाभपुर से की जा रही है।
उक्त कार्यवाही में निम्नलिखित अधिकारी एवं कर्मचारियों की उल्लेखनीय भूमिका रही।
गिरफ्तारी एवं मशरूका बरामदगी टीम:-
1. नगर पुलिस अधीक्षक (दुर्ग) वैभव बैंकर रमनलाल
2. निरीक्षक संतोष मिश्रा प्रभारी एसीसीयू दुर्ग
3. निरीक्षक राजीव तिवारी चौकी प्रभारी पदमनाभपुर
4. सउनि पूर्ण बहादुर एसीसीयू दुर्ग
5. सउनि शमित मिश्रा एसीसीयू दुर्ग
6. प्र.आर.106 संतोष मिश्रा थाना पुलगांव
7. आरक्षक 1218 अनुप शर्मा एसीसीयू दुर्ग
8. आरक्षक 521 जुगनू सिंह एसीसीयू दुर्ग
9. आरक्षक 928 उपेन्द्र यादव एसीसीयू दुर्ग
10. आरक्षक 1508 प्रदीप ठाकुर एसीसीयू दुर्ग
11. आरक्षक 1514 फारूख खान एसीसीयू दुर्ग
12. आरक्षक 421 धीरेन्द्र यादव एसीसीयू दुर्ग
सीसीटीवी अवलोकन एवं स्थानीय पतासाजी टीम:-
1. प्र.आर.1440 सत्येन्द्र मढ़रिया एसीसीयू दुर्ग
2. आरक्षक 1639 जगजीत सिंह एसीसीयू दुर्ग
3. आरक्षक 1680 तिलेष्वर राठौर एसीसीयू दुर्ग
4. आरक्षक 789 विक्रान्त कुमार एसीसीयू दुर्ग
5. आरक्षक 1741 नरेन्द्र सहारे एसीसीयू दुर्ग
6. आरक्षक 1622 रिंकू सोनी एसीसीयू दुर्ग
7. आरक्षक 201 सनत भारती एसीसीयू दुर्ग
8. आरक्षक 635 शोभित सिन्हा एसीसीयू दुर्ग
9. आरक्षक 810 कोमल राजपुत एसीसीयू दुर्ग
10. आरक्षक 1650 खुर्रम बक्ष एसीसीयू दुर्ग
11. आरक्षक 1577 डिकेष सिन्हा एसीसीयू दुर्ग
12. आरक्षक 801 संतोष एसीसीयू दुर्ग
13. आरक्षक 145 चित्रसेन साहू एसीसीयू दुर्ग
14. आरक्षक 957 केषव साहू एसीसीयू दुर्ग
15. आरक्षक 1544 जावेद खान सिविल टीम दुर्ग
16. आरक्षक 44 प्रषांत पाटनकर सिविल टीम दुर्ग
17. आरक्षक 414 नासिर बक्ष सिविल टीम दुर्ग
18. आरक्षक 1552 किषोर सोनी सिविल टीम दुर्ग
19. आरक्षक 1401 थामस पीटर सिविल टीम दुर्ग
20. आरक्षक 1540 कमलेष यादव सिविल टीम दुर्ग
21. आरक्षक 131 भरथरी निषाद सिविल टीम दुर्ग
22. आरक्षक 1785 गौर सिंह सिविल टीम दुर्ग