भारत को अंटार्कटिका में झटका लगा है।
अंटार्कटिका में सर्वे ऑफ इंडिया का ड्रोन क्रैश होने से थ्री-डी मैपिंग का सर्वे कार्य अधूरा रह गया। अब मैपिंग का काम अगले अंटार्कटिका अभियान में आगे बढ़ाया जाएगा। अंटार्कटिका में ढाई महीने बिताकर सर्वे ऑफ इंडिया की टीम दून लौट आई है।
देहरादून स्थित सर्वे ऑफ इंडिया की सर्वेयर टीम को अंटार्कटिका का थ्रीडी मैप तैयार करने के लिए ड्रोन के जरिये 68 वर्ग किमी का सर्वे करना था। लेकिन वहां की विपरीत परिस्थितियों के चलते ड्रोन पूरी क्षमता के साथ कार्य नहीं कर पाया और क्रैश हो गया। इस कारण सिर्फ दो वर्ग किमी का ही सर्वे किया जा सका।
सर्वे ऑफ इंडिया की जियोडिक विंग जीएंडआरबी के निदेशक नीरज गुर्जर ने बताया कि ड्रोन से सर्वे का यह हमारा पहला प्रयास था। टीम का यह अनुभव अगले दल के काम आएगा। ड्रोन के साथ टीम के अनुभवों की रिपोर्ट तैयार की जा रही है। अगली बार क्षमतानुरूप ड्रोन तैयार कर थ्रीडी सर्वे को आगे बढ़ाया जाएगा।
विभिन्न राष्ट्रीय संस्थानों के 23 सदस्यों के इस समर अभियान दल में सर्वे ऑफ इंडिया के मेजर सिद्धार्थ राठी और सेटेलाइट जियोडिक विंग जीएंडआरबी के सर्वेयर अंकुर कुमार शामिल थे।