मुख्यमंत्री ने कहा – मंडावी ने अपनी कला से जिन ऊंचाईयों को छुआ, वह आने वाली पीढ़ी के लिए है प्रेरणादायी
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से आज शाम यहां उनके निवास कार्यालय में पद्मश्री सम्मान के लिए चयनित काष्ठशिल्प के सिद्धहस्त कलाकार अजय मंडावी ने सौजन्य मुलाकात की।
मुख्यमंत्री बघेल ने मंडावी को देश के इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री बघेल ने काष्ठ कलाकार मंडावी केवल कांकेर जिले ही नहीं अपितु छत्तीसगढ़ के भी गौरव हैं। आदिवासी समुदाय के इस कलाकार की अद्भुत कला और शिल्प से प्रदेश को नई पहचान मिली है।
किसी भी प्रकार के विधिवत् प्रशिक्षण और किसी तरह की आर्थिक सहायता के बिना अपने ही सीमित संसधानों से कला के क्षेत्र में जिन ऊंचाईयों को उन्होंने छुआ, वह आने वाले पीढ़ी के लिए महत्वपूर्ण और प्रेरणादायी है।
गौरतबल है कि मंडावी ने अपनी कला की यात्रा में अनेक सुंदर प्रतिमानों को गढ़ा है। इनमें से एक मुख्यतः शांता आर्टस कला समूह ऐेसे बंदी समूह का प्रतिष्ठित नाम हैे, जिसके अधिकांश सदस्य अलग-अलग समय में नक्सली बारदात से छूटकर कला के माध्यम से समाज के मुख्यधारा में जुड़ गए हैं।
यह एक ऐसा सेतु है, जो कैदियों के पुर्नवास के लिए नैतिक ढंग से आर्थिक उपार्जन करने के लिए बनाया गया है।
इसके प्रशिक्षक और मार्गदर्शक काष्ठ कलाकार अजय मंडावी हैं, जो कैदियों को कला की शिक्षा देने की साथ ही उन्हें मनोवैज्ञानिक रूप से समाज में एक बेहतर मुनष्य के रूप में गरिमापूर्ण जीवन जीने के लिए तैयार करते है।
वे इन कैदियों के लिए एक बेहतर सामाजिक वातावरण भी रचते हैं।
क्रमांक: 6708/प्रेम/रवीन्द्र