मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पद्मश्री सम्मान के लिए चयनित छत्तीसगढ़ की विभूतियों अजय कुमार मंडावी और डोमर सिंह कंवर को फोन पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
उन्होंने देश के प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए चयनित होने पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि इससे छत्तीसगढ़ का कला जगत सहित पूरा प्रदेश गौरवान्वित हुआ।
उल्लेखनीय है कि राज्य गठन के बाद यह पहला मौका है जब किसी एक साल में राज्य से तीन हस्तियों को पद्म सम्मानों के लिए चयनित किया गया है । वर्ष 2023 के लिए चुनी गईं तीन हस्तियों में दो आदिवासी समाज से हैं।
इनमें डोमर सिंह कंवर को नाचा कला के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए पद्मश्री दिया जाएगा।
डोमर सिंह कंवर ने सामाजिक क्षेत्र में भी उल्लेखनीय काम किया है। उन्होंने बाल विवाह जैसी अनेक कुप्रथा रुकवाने में मदद की है।
कला के क्षेत्र में जाने माने नाम डोमर सिंह ने देश के अलग-अलग हिस्सों में 5000 से ज्यादा प्रस्तुति दी है।
वहीं अजय कुमार मंडावी को कलाकृतियों का बेजोड़ नमूना तैयार करने के लिए पद्मश्री सम्मान से नवाजा जाएगा । लकड़ी पर कला का शानदार नमूना उकेरने वाले मंडावी कांकेर के रहने वाले हैं।
दुर्ग की सुश्री उषा बारले को पंडवानी गायन के क्षेत्र में पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
इन्होंने पंडवानी का प्रशिक्षण प्रख्यात पंडवानी गायिका एवँ पद्मविभूषण तीजन बाई से प्राप्त किया है।
सुश्री बारले लन्दन एवं न्यूयॉर्क जैसे शहरों में पंडवानी की प्रस्तुति दी है ।