छत्तीसगढ़; धमतरी: टीम नवागांव ने फिर रचा इतिहास! मुख्यमंत्री ट्रॉफी फिर से की हासिल, तो ग्रामीण टीम लोहरसी ने भी मनवाया अपना लोहा… शुभम साहू ने सूझबूझ से मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर वाला बल्ला व मैन ऑफ़ द सिरीज़ का खिताब किया अपने नाम…

सैयद जावेद हुसैन, सह संपादक:

धमतरी- आनंद पवार फैंस एवं मॉर्निंग क्रिकेट क्लब द्वारा धमतरी के मिशन मैदान में आयोजित मुख्यमंत्री ट्रॉफी का अंतिम दिन रोमांच से सराबोर रहा, जहाँ प्रतियोगिता में पहली बार फाइनल में पहुँची ग्रामीण टीम लोहरसी ने अपने प्रदर्शन से दर्शकों का दिल जीत लिया, वहीं नवागांव ने एक बार फिर से इतिहास दोहराते हुए बता दिया कि चैंपियन किसे कहते है।

मुख्यमंत्री ट्रॉफी में इस बार का फॉर्मेट कुछ अलग ढंग से बनाया गया था, जिससे उन सभी टीमों के पास फ़ाइनल में पहुँचने के दो मौके थे जिन्होंने अपने ग्रुप में सबसे बेहतर प्रदर्शन करके टॉप में जगह बनाई थी।

पहला सेमी फाइनल मैच लोहरसी और नवागांव के बीच खेला गया था, जिसमें लोहरसी ने नवागांव को हरा कर फाइनल में जगह बनाई थी, इसके बाद नवागांव की टीम ने एलिमिनेटर मैच खेला जिसमें उन्होंने डाकबंगला वार्ड को हरा कर दूसरे सेमीफाइनल में अपनी जगह बनाई और फिर रुद्री को सेमीफाइनल में हरा कर फाइनल में प्रवेश किया।

मुख्यमंत्री ट्रॉफी में इस वर्ष इनामों की भी बौछार देखने मिली, प्रतियोगिता का मुख्य आकर्षण रहा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हाथों से हस्ताक्षर किया हुआ बल्ला भी इस बार चैंपियन नवागांव को हिस्से में ही आया, नवागांव के कप्तान शुभम साहू ने ऑलराउंडर के रूप में किए अपने शानदार प्रदर्शन से इसे हासिल किया और इसके साथ 21000/- रुपये का नकद पुरुस्कार भी प्राप्त किया, उन्होंने प्रतियोगिता में कुल 9 पारियां खेली जिसमें 147.13 के स्ट्राइक रेट से कुल 128 रन बनाए जिसमें 1 चौका और 14 छक्के लगाए, गेंदबाजी में उन्होंने 9 मैचों में 17 विकेट हासिल किये, फील्डिंग में 5 कैच 1 रन आउट सहित अपनी टीम के लिए बहुत से रन बचाए।

मुख्यमंत्री ट्रॉफी में इस वर्ष कुल 48 मैच खेले गए जिसमें 96 पारियों में कुल 5148 गेंदे फेंकी गई जिनमें 613 विकेट गिरे 2753 गेंदे डॉट हुई, 326 चौकों और 462 छक्कों की मदद से कुल 6547 रन बने जिनमें 577 रन एक्स्ट्रा के रूप में आए, 11 मौकों पर 50+ की साझेदारी देखने को मिली और 4 खिलाड़ियों ने अर्धशतक लगाए, प्रतियोगिता के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज के रूप में रामपुर वार्ड के विक्की ध्रुवंशी का प्रदर्शन सबसे शानदार रहा, जिन्हें 10,000/- नकद का पुरस्कार दिया गया, उन्होंने 6 पारियों में 190.53 के स्ट्राइक रेट से 181 रन बनाए।

गेंदबाजी में भी रामपुर के हिमांचल ने बाजी मारी उन्हें भी 10,000/- नकद का पुरस्कार दिया गया, उन्होंने अपनी शानदार गेंदबाजी से 6 मैच में 15 विकेट हासिल किए और प्रति ओवर मात्र 4.67 रन ही दिए। 

पहले सेमीफाइनल मैच में पंकज साहू मैन ऑफ द मैच रहे जिन्हें 10,000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया, दूसरे सेमीफाइनल मैच में यह पुरस्कार नवागांव के कप्तान शुभम को मिला, वहीं फाइनल मैच में अपने शानदार प्रदर्शन से महेश यादव मैन ऑफ द मैच रहे जिन्हें 15,000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया।

प्रतियोगिता के अंतिम दिन दो मैच खेले जाने थे जिसमें प्रतियोगिता का दूसरा सेमीफाइनल मैच रुद्री और नवागांव के बीच खेला गया, रुद्री ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया नवागांव से बल्लेबाजी करने उतरे मो.रज़ा ने अपने बल्ले की धार दिखाई और 33 रन बनाए, इसके बाद कप्तान शुभम 10, महेश 19, अनस 12 और परवेज़ के 17 रनों से टीम का स्कोर 10 ओवर में 99 रन तक पहुंच गया, इसके बाद बल्लेबाजी करने उतरी रुद्री की टीम से तरुण 24, मोहित 10, हेमंत 24, ने मिलकर काफी कोशिश की लेकिन 91 रन ही बना पाए और रुद्री को हराकर नवागांव की टीम फाइनल में पहुँच गई।

प्रतियोगिता का अंतिम मैच दर्शकों से खचाखच भरे मिशन मैदान में देर रात 11:38 बजे के बाद शुरू हुआ, इस साल हुए टूर्नामेंट में दर्शकों की भीड़ ने मिशन मैदान के इतिहास में सबसे अधिक दर्ज की गई।

जिसके गवाह अतिथि के रूप में मंच पर बैठे राजेंद्र लुंकड़, जयंत किरी, अमित अग्रवाल, जिग्नेश ठक्कर, डॉक्टर संतोष सोनकर, मुक्तेश सिन्हा, दीपक लखोटिया, चंद्रभान मेश्राम, शिवकुमार जैस, अब्दुल रज्जाक रिज़वी, दीप शर्मा, सूर्या राव पवार, संतोष जगताप, विक्की चौहान, पार्षदगण दीपक सोनकर, सोमेश मेश्राम, खेल शिक्षक देव सर एवं अन्य अतिथिगण के रूप में आये धमतरी के गणमान्य नागरिक बने।

फाइनल मैच से पहले सभी अतिथि क्रिकेट पिच पर टॉस करवाने पहुँचे, दोनों ही टीमों के खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर टॉस करवाया गया, नवागांव ने टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का निर्णय लिया, लोहरसी की ओर से बल्लेबाजी करने आए रोशन ने 16 और लीलेश्वर 14 की जोड़ी ने अपनी टीम को अच्छी शुरुआत दी, लोहरसी का पहला विकेट 2.1 ओवर में 14 रन के स्कोर पर गिरा, इसके बाद आए खिलाडी अपनी टीम के लिए ज्यादा कुछ नही कर पाए, छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए छवि ने कुछ रन अपनी टीम के लिये जोड़े और टीम का स्कोर 10 ओवर में 9 विकेट खोकर 87 तक पहुंचा, इसके बाद बल्लेबाजी करने आई नवागांव की टीम ने पारी की शुरुआत में ही अपने इरादे जाहिर कर दिये, रज़ा 22 और अजय 18 की जोड़ी ने शुरू के 3 ओवर घातक बल्लेबाजी की तीसरे ओवर में अजय के आउट होने के बाद कप्तान शुभम बल्लेबाजी करने आए लेकिन कुछ ख़ास नही कर पाए और 2 रन बना कर आउट हो गए, रजा का विकेट भी कुछ देर पहले ही गिरा था, अब क्रीज़ पर थे महेश और अनस इन नए बल्लेबाजों को लोहरसी के गेंदबाजो ने कुछ ओवर तक बहुत परेशान किया, लेकिन फिर अनस ने एक शानदार छक्का मार कर इस मनोवैज्ञानिक दवाब को समाप्त कर दिया, जिससे उनके साथ बल्लेबाजी कर रहे महेश का मनोबल बढ़ा और वो अपनी टीम को जीत की ओर ले जाने में जुट गए, उन्होंने आठवें ओवर में शानदार 2 छक्के जड़े और मैच नवागांव के पक्ष में कर लिया अंतिम ओवर में नवागांव से जीत अब मात्र 6 रन दूर थी, स्ट्राइक पर खड़े अनस ने अंतिम ओवर की पहली गेंद पर ही शानदार चौका जड़ दिया और अगली दो गेंदों में दो सिंगल लेकर नवागांव ने यह मैच जीत लिया और मुख्यमंत्री ट्रॉफी अपने नाम कर ली।

जीत के बाद नवागांव की टीम को सपोर्ट करने वालों का उत्साह देखते ही बन रहा था। सभी स्टार खिलाड़ियों को कंधे में उठाकर जमकर डांस भी किया गया। 

गौरतलब हो कि नवागांव की टीम ने एक के बाद एक लगातार 2 मैच खेले, और दोनों ही मैचों में रोमांचक जीत हासिल की, और नवागांव की टीम ने साबित कर दिया कि उसके खिलाड़ियों की दृढ़ इच्छाशक्ति कितनी मजबूत है।

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