मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने निवास कार्यालय में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अमर शहीद हेमू कालाणी को आज उनके शहादत दिवस पर उनके छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ सिंधी अकादमी के अध्यक्ष राम गिडलानी, सुरेश डिडलानी, अर्जुन वासवानी, अमर बजाज, अमर पचरानी, श्रीमती राधा राजपाल, रवि ग्वालानी एवँ अनेश बजाज भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कालाणी के शहादत को याद करते हुए कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में अनगिनत वीर सपूतों ने अपने प्राणों की आहुति देकर देश को गुलामी की बेड़ियों से आजाद कराया ।
इन वन्दनीय वीरों में सबसे कम उम्र के बालक क्रांतिकारी शहीद हेमू कालाणी के बलिदान को देश कभी भुला नहीं पायेगा।
सन 1942 में जब महात्मा गांधी ने भारत छोड़ो आंदोलन चलाया तो 19 वर्षीय यह किशोर ‘अंग्रेजों भारत छोड़ो’ नारे के साथ इस आंदोलन में कूद पड़ा।
उन्होंने अपने साथियों के साथ विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार किया और लोगों से स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करने का आग्रह किया।