दुर्ग जिले में कई सड़कों का चौड़ीकरण का काम चल रहा है।
पीडब्ल्यूडी ने इन मार्गों से पेड़ कटाई के लिए वन विभाग को फंड दे दिया। वन विभाग ने पेड़ भी कटवा दिए, लेकिन पेड़ कटाई करने वाले मजदूरों का पिछले 4 माह से भुगतान नहीं किया गया।
मजदूरों ने इसकी शिकायत दुर्ग डीएफओ से की। डीएफओ ने जल्द से जल्द भुगतान करने के निर्देश देने के साथ मामले की जांच करने के आदेश दिए हैं।
दुर्ग डीएफओ शशि कुमार ने बताया कि दुर्ग के पुलगांव चौक से अंडा चौक तक सड़क चौड़ी करण का कार्य चल रहा है।
पीडब्ल्यूडी से उन्हें पेड़ कटाई का कार्य मिला था। इसके लिए वन विभाग ने अपने यहां काम करने वाले 30 से अधिक मजदूरों को यह काम सौंपा था।
इन मजदूरों ने सड़क किनारे लगे सैकड़ों की संख्या में पेड़ काटे और उसकी लकड़ी वन विभाग के डिपो भी पहुंच गई। इसके बाद 4 महीने से मजदूरों का भुगतान नहीं किया जा रहा है।
मजदूरों ने बताया कि उनकी एक दिन की मजदूरी 740 रुपए प्रति मजदूर मिलती है। उनकी माने तो उन्हें वन विभाग से 27-28 लाख रुपए का भुगतान लेना है।
उन्होंने कहा कि अगर जल्द उनका भुगतान नहीं होता तो वो डीएफओ कार्यालय के सामने बैठकर धरना देंगे।
पीडब्ल्यूडी दुर्ग से मिली जानकारी के मुताबिक सड़क चौड़ीकरण में पेड़ काटने की आवश्यकता पड़ी थी। इसकी जिम्मेदारी वन विभाग को दी गई थी।
वन विभाग के अधिकारियों ने सर्वे करके एस्टीमेट दिया था। उसके मुताबिक उन्हें भुगतान कर दिया गया है। डीएफओ शशि कुमार ने मामले में जांच के निर्देश दिए हैं कि आखिर अब तक मजदूरों का भुगतान क्यों रोका गया।
डीएफओ दुर्ग ने बताया कि सड़क चौड़ीकरण में पेड़ की कटाई हो चुकी है। वहां 20 से अधिक पीपल के पुराने पेड़ लगे हैं।
इन पेड़ों को काटने की जगह दूसरी जगह शिफ्ट करने की योजना बनाई जा रही है। जल्द ही इसके लिए टेंडर जारी किया जाएगा। टेंडर होने के बाद पेड़ों को शिफ्ट करने का काम शुरू होगा।