यूक्रेन युद्ध के बीच राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दावा किया है कि रूस की नौसेना के पास अब हाइपरसोनिक मिसाइल भी मौजूद है और इसका दुनिया में कोई तोड़ नहीं है।
पुतिन ने बुधवार को कहा कि रूस अपने हथियारों के जखीरे में बढ़ोत्तरी जारी रखेगा।
उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की और मदद मांगने के लिए अमेरिका की यात्रा पर गए हैं।
पुतिन ने कहा कि यूक्रेन में जारी सैन्य अभियान के बीच रूस अपनी सैन्य क्षमता और परमाणु बलों की लड़ाकू तैयारी को विकसित करना जारी रखेगा।
पुतिन ने अपने देश के उच्च पदस्थ अधिकारियों के साथ एक टेलीविजन बैठक के दौरान कहा, “सशस्त्र बल और उनकी युद्धक क्षमता लगातार और हर दिन बढ़ रही है। हम निश्चित रूप से इस प्रक्रिया को और आगे बढ़ाएंगे।” उन्होंने कहा कि रूस “अपने परमाणु परीक्षण और लड़ाकू तैयारी में भी सुधार करेगा।”
दुनिया में कोई मुकाबला नहीं
इस दौरान पुतिन ने नई जिरकॉन हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल (Zircon hypersonic cruise missile) को लेकर भी खुलासा किया।
उन्होंने कहा कि रूसी सैनिक इस मिसाइल का इस्तेमाल जनवरी से करने में सक्षम होंगे। पुतिन ने कहा, “जनवरी की शुरुआत में, एडमिरल गोर्शकोव फ्रिगेट को नई जिरकॉन हाइपरसोनिक मिसाइल से लैस किया जाएगा, जिसका दुनिया में कोई मुकाबला नहीं है।”
यूक्रेन युद्ध को दस महीने हो चुके हैं। लेकिन रूस को अभी भी वो सफलता नहीं मिली है जिसकी उसे उम्मीद थी। बल्कि कई मोर्चों पर रूसी सेना को अपमानजनक हार का सामना करना पड़ा है।
हालांकि ताजा रूसी हमलों को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले दिनों में पुतिन यूक्रेन पर और भी कड़े वार करेंगे।
इसी क्रम में उन्होंने घोषणा की है कि रूसी नौसेना जनवरी की शुरुआत में नई हाइपरसोनिक जिरकॉन मिसाइल सिस्टम से लैस हो जाएगी। उन्होंने दावा किया कि ये सिस्टम अजेय है और दुनिया में इसका कोई जोड़ नहीं है।
क्या हाइपरसोनिक जिरकॉन मिसाइल सिस्टम?
पुतिन ने जिस जिरकॉन मिसाइल को लेकर खुलासा किया है वह एक एंटी शिप मिसाइल है। ये मिसाइल साउंड की रफ्तार से करीब 9 गुना तेज गति से दुश्मन पर हमला बोलने में सक्षम है।
यही नहीं, इसकी रफ्तार 11,000 किमी प्रति घंटा बताई जा रही है। इसकी लंबाई करीब 30 फीट है। ये 1500 किलोमीटर की दूरी तक टारगेट को भेदने में सक्षम है।
अक्टूबर 2021 में रूस ने उत्तरी बेड़े की सेवेरोडविंस्क परमाणु संचालित पनडुब्बी से जिरकॉन हाइपरसोनिक मिसाइल का पहला परीक्षण किया था।
इसके बाद, इस साल मई में अंतिम परीक्षण किया गया था। इस बार का परीक्षण एडमिरल गोर्शकोव से कई गई।
बैरेंट्स सागर से लगभग 1,000 किलोमीटर की अधिकतम संभव सीमा तक मिसाइल दागी गई थी।
रूस की समुंद्री ताकत है एडमिरल गोर्शकोव-क्लास
मिसाइल को लेकर सनसनी इसलिए फैली है क्योंकि यह मिसाइल लंबी दूरी पर परमाणु हमला करने में सक्षम है।
ये मिसाइल 300-400 किलोग्राम वॉरहेड को भी ले जा सकती है। पुतिन ने पिछले दिनों खुले तौर पर परमाणु हमले की चेतावनी जारी की थी।
अब उन्होंने कहा है कि वे इस मिसाइल सिस्टम को युद्धपोत एडमिरल गोर्शकोव पर तैनात करेंगे।
एडमिरल गोर्शकोव-क्लास फ्रिगेट एक बेहद विशाल रूसी नौसैनिक जहाज या कहें कि युद्धपोत है। यह रूस की समुंद्री ताकत है। ताजा रूसी मिसाइल को लेकर अमेरिका भी हैरान हो सकता है।