MP Bhopal News : भोपाल. स्वास्थ अधिकारी कर्मचारी महासंघ मध्य प्रदेश के तत्वाधान में स्वास्थ विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग और आयुष विभाग मध्य प्रदेश के कर्मचारी चरण बद्ध रूप से आंदोलनरत है।
मध्य प्रदेश पैरामेडिकल एसोसियेशन गांधी चिकित्सा अस्पताल एवं महाविद्यालय भोपाल के जिला अध्यक्ष बसंत कुर्मी ने बताया कि हम सब एकजुट होकर आंदोलन कर रहे हैं क्योंकि शासन एवं विभाग स्तर पर हमारे 41 सूत्रीय मांग पत्र पर आज दिनांक तक कोई सकारात्मक कार्यवाही नही हुई है जिससे हमारे तीनो विभागों के कर्मचारियों में अधिकारियों की उदासीनता के चलते भारी आक्रोश है। यदि शासन स्तर पर हमारी अनार्थिक एवं कुछ आर्थिक मांगो पर सकारात्मक परिणाम नही निकल सके तो आगामी चरणों में हम पूरी एकजुटता के साथ उग्र प्रदर्शन करेंगे।
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गौरतलब है कि आयुष विभाग के कर्मचारियों को प्रथम नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता का लाभ तीन संभागों में दिया गया है जबकि 7 संभागों के कर्मचारियों को प्रथम नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता का लाभ न दिया जाना पूर्णतः द्वेष पूर्ण है। आयुष विभाग में पदस्थ महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओ को तृतीय श्रेणी कर्मचारी का दर्जा भी आज दिनांक तक नही दिया गया है।
आयुष विभाग में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी दावसाजों को कुक की भांति वेतन उन्नयन नही किया गया है जबकि कुक का पद भी चतुर्थ श्रेणी का पद हैं उनका वेतन उन्नयन बर्ष 2018 में 1300 से 1800 कर दिया है इस प्रकार आयुष विभाग के दवासाजों को वेतन उन्नयन से वंचित किया गया है। आयुष विभाग में कंपाउंडरों एवं फार्मासिस्टों का पदनाम परिवर्तन कर नर्सिंग ऑफिसर/ फार्मासिस्ट ऑफिसर किया जाना है जिसका प्रस्ताव वर्षो से फाइलों में कैद हैं अतः आज दिनांक तक पदनाम परिवर्तन नही किया गया है जबकि स्वास्थ विभाग में नर्सों तथा कंपाउंडरों के पदनाम परिवर्तन वर्षों पूर्व किए जा चूके हैं।
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आयुष विभाग में बर्ष 2014 में नियुक्त संविदा कर्मचारियों को शासन की नीति के तहत सीधी भर्ती अथवा नियमित पद के वेतन मान का 90 प्रतिशत वेतन देने के आदेश आज दिनांक तक जारी नही हुए हैं जबकि अन्य विभागों में संविदा कर्मचारियों को नियमित वेतन मान का 90 प्रतिशत वेतन भुगतान किया जा रहा है। आयुष विभाग के पी टी एस सहित अन्य आउटसोर्स कर्मचारियों को पूर्ण कालिक कर्मचारी का दर्जा न देकर कर्मचारियों की नैतिक मांगो पर कुठाराघात किया जा रहा है जो कि विरोध जनक है। चिकित्सा शिक्षा विभाग में भी तकनीकी विशेषज्ञ कर्मचारियों के वेतनमान में भी भारी विसंगतियां व्याप्त हैं स्वास्थ विभाग में मलेरिया विभाग के कर्मचारियों की भी जायज मांगों का निराकरण नहीं हुआ है।
स्वास्थ विभाग के फार्मासिस्ट एवं नर्सिंग एसोसियेशन की भी मांगो का निराकरण नहीं किया जा रहा है जिससे कर्मचारी उग्र आंदोलन की राह पकड़ चुके हैं। यदि शासन द्वारा 41 सूत्रीय मांगों का शीघ्र निराकरण नहीं किया गया तो शासन की स्वास्थ सेवाओं में आकस्मिक चिकित्सा, राष्ट्रीय कार्यक्रम में कर्मचारी असहयोग आंदोलन कर समस्त योजनाओं को प्रभावित करने बाध्य होंगे। आज प्रथम चरण में स्वास्थ अधिकारी कर्मचारी महासंघ द्वारा भोपाल में वल्लभ भवन मंत्रालय के समक्ष काले गुब्बारे छोड़े गए आगामी चरण बद्ध आंदोलन पूर्ववत रहेगा।
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