दुर्ग नगर निगम के पार्षद और एमआईसी मेंबर मनदीप सिंह भाटिया के ऊपर एक महिला की जगह पर जबरदस्ती कब्जा करने का आरोप लगा है।
महिला ने इसकी शिकायत दुर्ग कोतवाली, कलेक्टोरेट और महापौर से की। जब उसकी सुनवाई नहीं हुई तो बुधवार को वो धरने पर बैठ गई।
महिला शाम तक धरने में बैठी रही। इससे पूरे निगम में हड़कंप की स्थिति है।
दुर्ग नगर निगम क्षेत्र में वार्ड 7 की रहने वाली रेखा अग्रवाल ने निगम परिसर में अकेले ही धरना दिया।
उन्होंने आरोप लगाया कि दुर्ग नगर निगम के एमआईसी सदस्य व पार्षद मनदीप सिंग भाटिया ने उनकी जगह पर जबरिया कब्जा करने की कोशिश की है।
उन्होंने उनकी दुकान को तोड़ दिया। जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान हुआ है।
महिला का कहना है कि उन्होंने शासन की फ्री होल्ड योजना के तहत उस जमीन के अधिग्रहण के लिए आवेदन लगाया हुआ है।
दुर्ग तहसील के राजस्व निरीक्षक ने मौका मुआयना कर लिया है। उनके आवेदन प्रक्रियाधीन है। जल्द ही इस जमीन का मालिकाना हक उन्हें मिल जाएगा।
उसके बावजूद पार्षद मनदीप सिंह भाटिया ने उन्हें वह जमीन खाली करने के लिए डराया धमकाया। साथ ही उस जगह रखे उनके ठेले को भी तोड़ दिया है।
थाने और निगम में नहीं सुनी गई महिला की गुहार
महिला ने बताया कि पार्षद मनदीप उन्हें वह जगह खाली करने के लिए कई बार धमकी दे चुका है। इसकी शिकायत उन्होंने कोतवाली थाने में कई बार की है।
मंगलवार की रात भी वो शिकायत करने पहुंची थी। वहां पुलिस ने कोई मामला दर्ज नहीं किया है। पुलिस ने कहा यह मामला सिविल कोर्ट का है।
थाने में सुनवाई न होने के बाद महिला दुर्ग महापौर धीरज बाकलीवाल के पास गई। उन्होंने भी उसकी बात नहीं सुनी तो वो निगम मुख्यालय में धरने पर बैठ गई।
इसके बाद वहां हड़कंप मच गया। महापौर ने महिला को बुलाया और आश्वासन दिया है कि वे जल्द उसके मामले का पता लगाएंगे।
पार्षद मनदीप ने सभी आरोपों को बताया झूठा
एमआईसी मेंबर और पार्षद मनदीप सिंह भाटिया ने कहा कि महिला ने उनके ऊपर जो भी आरोप लगाए हैं, वो झूठे और बेबुनियाद हैं।
उसने उसे न तो धमकी दी है, और न ही उसकी जगह खाली करवाने के लिए किसी को भेजा है। मामले की जांच कर ली जाए तो खुद ही पता चल जाएगा कि सच्चाई क्या है। फिलहाल निगम में यह मामला चर्चा का विषय है।