यूरिक एसिड बढ़ने की परेशानी इन दिनों आम हो गई है और बड़ी संख्या में हर उम्र के लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं।
यूरिक एसिड को लेकर जागरुकता बढ़ रही है और लोग इस बारे में सही जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं।
क्या आप जानते हैं कि यूरिक एसिड का नॉर्मल स्तर महिला और पुरुषों में अलग-अलग होता है। कुछ लोग यह भी नहीं जानते कि यूरिक एसिड स्तर किस टेस्ट के जरिए पता लगाया जाता है।
यूरिक एसिड के बारे में बेसिक जानकारी होना बहुत जरूरी है।
आज आपको बताएंगे कि यूरिक एसिड का नार्मल स्तर कितना होता है और इसका पता किस टेस्ट के जरिए लगाया जाता है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
नई दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल के यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. अमरेंद्र पाठक के मुताबिक महिलाओं में यूरिक एसिड 3।5 से 6 mg/dL तक नॉर्मल माना जाता है।
पुरुषों में यूरिक एसिड का स्तर 4 से 6।5 mg/dL तक नॉर्मल माना जा सकता है। इससे ज्यादा यूरिक एसिड होने पर डॉक्टर से मिलकर कंसल्ट करना चाहिए।
यूरिक एसिड कई कारणों से बढ़ सकता है। किडनी या लिवर की फंक्शनिंग में दिक्कत यूरिक एसिड बढ़ने की बड़ी वजह हो सकती हैं।
नॉन वेज का ज्यादा सेवन करना भी यूरिक एसिड लेवल बढ़ा सकता है। यूरिक एसिड लेवल की जांच ब्लड टेस्ट या यूरिन टेस्ट के जरिए की जाती है। लिवर फंक्शन टेस्ट में भी यूरिक एसिड लेवल पता चल जाता है।
रिक एसिड बढ़ने से क्या दिक्कतें हो सकती हैं?
डॉ. अमरेंद्र पाठक के अनुसार अगर यूरिक एसिड का स्तर ज्यादा बढ़ जाए तो यह शरीर के छोटे जॉइंट्स में जमा होने लगता है और इसकी वजह से गाउट (Gout) की समस्या होने लगती है।
गाउट अर्थराइटिस का टाइप होता है, जिसमें हाथ और पैरों के छोटे जॉइंट्स में बहुत तेज दर्द होता है।
यूरिक एसिड का लेवल बढ़ने से कई लोगों को किडनी स्टोन की समस्या हो जाती है और कुछ गंभीर मामलों में इसकी वजह से किडनी फेलियर भी हो सकता है।
हालांकि यूरिक एसिड की वजह से किडनी स्टोन केवल 5 % लोगों को ही होता है।
रिक एसिड बढ़ने से क्या दिक्कतें हो सकती हैं?
डॉ. अमरेंद्र पाठक के अनुसार अगर यूरिक एसिड का स्तर ज्यादा बढ़ जाए तो यह शरीर के छोटे जॉइंट्स में जमा होने लगता है और इसकी वजह से गाउट (Gout) की समस्या होने लगती है।
गाउट अर्थराइटिस का टाइप होता है, जिसमें हाथ और पैरों के छोटे जॉइंट्स में बहुत तेज दर्द होता है।
यूरिक एसिड का लेवल बढ़ने से कई लोगों को किडनी स्टोन की समस्या हो जाती है और कुछ गंभीर मामलों में इसकी वजह से किडनी फेलियर भी हो सकता है।
हालांकि यूरिक एसिड की वजह से किडनी स्टोन केवल 5 % लोगों को ही होता है।