81,048 किसानों ने बेचा धान: 534.39 करोड़ रूपए का भुगतान, अब तक 84,703 टोकन जारी।
धान खरीदी के साथ-साथ धान का उठाव शुरू: कस्टम मिलिंग के लिए अब तक 9849 मीट्रिक टन धन का उठाव।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा प्रदेश में धान खरीदी का महाभियान 01 नवम्बर से प्रारंभ है।
प्रदेश में अब तक किसानों से समर्थन मूल्य पर 2 लाख 46 हजार 560 मीट्रिक टन धान की खरीदी की जा चुकी है।
10 नवम्बर को किसानों से 59 हजार 256 मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई। अब तक धान के एवज में किसानों को बैंक लिंकिंग व्यवस्था के तहत 534.39 करोड़ रुपये का भुगतान जारी कर दिया गया है।
खाद्य विभाग के सचिव श्री टोपेश्वर वर्मा ने बताया कि धान बेचने वाले किसानों को आज 22,316 टोकन जारी किए गए थे।
टोकन तुंहर हाथ एप्प के द्वारा 2468 टोकन जारी किए गए थे। आगामी दिवस की खरीदी के लिए राज्य में धान उपार्जन के लिए 26,587 टोकन तथा तुंहर हाथ एप के जरिये 3,076 टोकन जारी किए गए हैं।
राज्य में धान खरीदी निर्बाध रूप से जारी है। अधिकारी धान की व्यवस्था पर निरंतर निगरानी बनाए हुए हैं। धान खरीदी को लेकर कहीं से किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं मिली है।
खाद्य सचिव श्री वर्मा ने बताया कि पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर धान खरीदी के साथ साथ कस्टम मिलिंग के लिए धन का उठाव प्राम्भ हो गया है।
अब तक 44 हजार 639 मीट्रिक टन धान के उठाव के लिए डी.ओ. जारी किए गए हैं। जिसके एवज में उपार्जन केंद्रों से 9,849 मीट्रिक टन धान का उठाव हो चुका है।
खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष लगभग 110 लाख मीट्रिक धान का उपार्जन अनुमानित है।
समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए राज्य में 25.92 लाख किसानों का पंजीयन हुआ है, जिसमें लगभग 1.86 लाख नये किसान है।
राज्य में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए 2497 उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं।
इस साल किसानों से सामान्य धान 2040 रूपए प्रति क्विंटल तथा ग्रेड-ए धान 2060 रूपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जा रहा है।