मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और देश के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती पर उन्हें नमन किया है।
मुख्यमंत्री बघेल ने मौलाना अबुल कलाम आजाद के योगदान को याद करते हुए कहा है कि आजाद भारत में स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय की स्थापना के साथ शिक्षा व्यवस्था के सुधार में मौलाना अबुल कलाम आजाद जी का बड़ा योगदान रहा है।
उनकी याद और सम्मान में उनके जन्मदिन 11 नवम्बर को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा है कि राज्य सरकार मौलाना अबुल कलाम आजाद जी के पदचिन्हों पर चलकर छत्तीसगढ़ की शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ कर रही हैं।
बच्चों को गुणवत्तापूर्ण और सुविधायुक्त वातावरण देने के लिए आत्मानंद स्कूलों की स्थापना की गई है।
निर्धन और दूरस्थ क्षेत्र के बच्चों को भी अब शहरों के अंग्रेजी माध्यम स्कूलों की तरह शिक्षा के अवसर और संसाधन उपलब्ध हो रहे हैं।
वास्तविक अर्थों में यह देश के प्रथम शिक्षा मंत्री को सच्ची श्रद्धांजलि है।