भिलाई के स्मृति नगर चौकी क्षेत्र में कुछ दिन पहले एक सिंगर का अपहरण करके उसकी हत्या कर दी गई थी।
आरोपियों ने सिंगर के शव को 10 टुकड़ों में अलग-अलग जगहों में फेंका था।
इस पूरे मामले पर पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, तीन आरोपी फरार थे। पुलिस ने फरार आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है।
दुर्ग एसपी अभिषेक पल्लव के मुताबिक सिंगर नीलेश डाहिरे हत्याकांड में तीन आरोपी फरार थे। उनकी गिरफ्तारी के लिए अलग से टीम बनाई गई थी।
ये आरोपी बार-बार ठिकाना बदल-बदल कर रह रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर अलग-अलग जगहों पर छापेमारी करके फरार आरोपी हरीश निषाद (24 वर्ष) अभिषेक एक्का (24 वर्ष) अभिषेक जंघेल (24 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने तीनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
35 फीट गहरे कुंए से निकाला नीलेश का मोबाइल
आरोपियों ने म्यूजिशियन नीलेश डाहिरे का अपहरण करने के बाद बेरहमी से उसकी हत्या कर दी थी। पकड़े जाने के डर से उन्होंने उसका मोबाइल पास के कुएं में फेंक दिया था।
आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने गोताखोर को 35 फिट गहरे कुएं में उतारा। उसमें 25 फिट पानी भरा था। आखिरकार नीलेश का मोबाइल फोन निकालकर जब्त कर लिया गया है।
स्मृति नगर क्षेत्र में किराये के मकान में रहकर म्यूजिक एलबम बनाने वाले नीलेश डाहिरे का बीते 7 अक्टूबर को उसके ही मामा ने अपरहण कर लिया था।
नीलेश का पता न चलने पर उसके परिजनों ने 17 अक्टूबर को स्मृति नगर चौकी में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। कुछ दिन बाद पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर सिमगा निवासी अमरजीत उर्फ मोंटू, हरेंद्र उर्फ फोकली, वरुण सोनकर, भोजराम निषाद, मनीष राव और भूपत साहू गिरफ्तार किया था।
उन्होंने बताया कि, नीलेश उनका कर्ज में लिए रुपए नहीं दे रहा था। इसलिए उन्होंने उसे शराब पिलाई। इसके बाद उसे कार से सिमगा लाए और पीट पीटकर उसकी हत्या कर दी।
जब वह मर गया तो उसके शव को 10 टुकड़ों में काटकर अलग-अलग जगह और नदी में फेंक दिया। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर शव के कुछ टुकड़े बरामद किए थे।
पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया था कि नीलेश की लाश को राजा, भोजराम निषाद, वरुण सोनकर ने मनीष राव गायकवाड़ के घर ले जाकर काटा था।
लाश के 10 अलग-अलग टुकड़े किए गए थे। जिसे शिवनाथ नदी और महासमुंद रोड के जंगल में फेंका गया था। पुलिस के मुताबिक नीलेश ने मोंटू की स्कूटी को 15 हजार में गिरवी रखा था।
वरुण सोनकर से एल्बम बनाने के लिए डेढ़ लाख रुपए उधार लिया था। इसी को लेकर आरोपियों के साथ नीलेश का विवाद चल रहा था। पुलिस ने बताया कि आरोपी मोटिवेशन गैंग चलाते थे।
इस गैंग का 10 गांव में दहशत था। गांव में ये लोगों को डराना-धमकाना और रंगदारी करते थे।
बीते 7 अक्टूबर से वह अपने कमरे में नहीं था। न उसका मोबाइल लग रहा था। परिजनों ने काफी तलाश की उसके बाद 17 अक्टूबर को स्मृति नगर थाने में नीलेश की मिसिंग रिपोर्ट दर्ज की गई।
एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने सुपेला थाना प्रभारी दुर्गेश शर्मा के और स्मृति नगर चौकी प्रभारी एसआई युवराज देशमुख के नितृत्व में एक टीम गठित की।