AIIMS Bhopal : प्रो (डॉ.) अजय सिंह, कार्यपालक निदेशक, एम्स, भोपाल द्वारा दोस्त (DOST) अभियान प्रारंभ किया गया । इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हम भारत सरकार के आदेशानुसार एम्स, भोपाल में बेहतरीन गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध हैं और हमारे प्रधानमंत्री महोदय के “सबका साथ सबका विकास” के नारे के “विचार” को अपने संस्थान में शामिल करते हुए हम “दोस्त अभियान” के माध्यम से पूरे एम्स परिसर को दिव्यांग और विशेष जरूरतों वाले व्यक्तियों के लिए सुलभ बनाने जा रहे हैं ।
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि, एक तृतीयक देखभाल संस्थान होने के नाते बड़ी संख्या में रोगी और उनके परिचर एम्स, भोपाल में आते हैं । इनमें से कई रोगी दुर्बल हैं, वृद्धावस्था आयु वर्ग के हैं या फिर दिव्यांग व्यक्ति हैं, जिसके कारण उन्हें संस्थान में विभिन्न सुविधाओं तक पहुँचने में परेशानी होती है ।
हमारे द्वारा लंबे समय से इस प्रकार के रोगियों के लिए विशेष सेवाएं जैसे कि उनके लिए अलग से नामित काउंटर, एमएसएसओ और अन्य कर्मचारियों द्वारा उनकी सहायता करना आदि दी जा रही हैं । लेकिन अब हमें आवश्यकता महसूस हुई कि हमे कुछ संरचनात्मक परिवर्तन करके पूरे एम्स परिसर को दिव्यांग और विशेष आवश्यकता वाले व्यक्तियों के अनुकूल बना देना चाहिए ।
हम इसे अभियान के रूप में करेंगे और हमने इसे “दोस्त (डीओएसटी) – दिव्यांगजन ओरिएंटेड स्ट्रक्चरल ट्रांसफॉर्मेशन इन एम्स भोपाल” नाम दिया है, जिसका अर्थ है कि एम्स, भोपाल द्वारा एक दोस्त (डीओएसटी) की तरह, अपने परिसर में आने वाले इन विशेष व्यक्तियों की सुविधा के लिए समग्र प्रयास किए जाएगें । इस संबंध में, हमारे द्वारा इस अभियान के लिए एक लोगो जारी किया गया है जो एम्स, भोपाल में इन लोगों को शामिल करने के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है ।
सुशील कुमार तिवारी के नेतृत्व में हमारे अभियांत्रिकि विभाग द्वारा इस अभियान में अग्रणी भूमिका का निर्वहन किया जाएगा । कर्नल अजीत कुमार, उपनिदेशक (प्रशासन), डॉ मनीषा श्रीवास्तव, चिकित्सा अधीक्षक, डॉ राजेश मलिक, डीन (अकादमिक), पीडब्ल्यूडी के संपर्क अधिकारी, डॉ पंकज प्रसाद तथा डॉ स्वप्लिन सोनुने सहायक प्राध्यापक, पीएमआर विभाग इस अभियान की लगातार जांच करते रहेंगे ।