मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घोषणा के अनुरूप प्रदेश में धान खरीदी का महाभियान 01 नवम्बर से शुरू हो चुका है।
बीते चार दिनों में राज्य में किसानों से समर्थन मूल्य पर 69 हजार 783 मीट्रिक टन धान की खरीदी की जा चुकी है।
4 नवम्बर को किसानों से 23 हजार 89 मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई। धान के एवज में किसानों को बैंक लिंकिंग व्यवस्था के तहत 283..07करोड़ रुपये का भुगतान जारी कर दिया गया है।
खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आज धान बेचने वाले किसानों को 8671 टोकन जारी किए गए थे।
जिसमें 606 टोकन तुंहर हाथ एप्प द्वारा जारी किए गए थे। 5 नवम्बर को राज्य में धान उपार्जन के लिए 12,577 टोकन तथा तुंहर हाथ एप के जरिये 1,428 टोकन जारी किए गए है।
राज्य में धान खरीदी निर्बाध रूप से जारी है। अधिकारी धान की व्यवस्था पर निरंतर निगरानी बनाए हुए हैं।
धान खरीदी को लेकर कहीं से किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं मिली है।
खाद्य सचिव टोपेश्वर वर्मा ने बताया कि इस वर्ष लगभग 110 लाख मीट्रिक धान का उपार्जन अनुमानित है। समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए राज्य में 25.92 लाख किसानों का पंजीयन हुआ है, जिसमें लगभग 1.86 लाख नये किसान है।
राज्य में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए 2497 उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं। इस साल किसानों से सामान्य धान 2040 रूपए प्रति क्विंटल तथा ग्रेड-ए धान 2060 रूपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जा रहा है।