महाराष्ट्र में सेमीकंडक्टर प्लांट को लेकर घमासान छिड़ गया है।
विपक्षी दल लगातार सरकार पर निशाना साध रहे हैं, प्लांट गुजरात में जाने के बाद महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने भी राज्य की एकनाथ शिंदे सरकार पर तंज कसा है।
उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार महाराष्ट्र की जनता पर मेहरबान है। प्लांट की वजह से प्रदेश के हजारों युवाओं को नौकरी मिलती। इसके जाने से सबसे ज्यादा नुकसान यहां के लोगों का हुआ है।
विपक्ष का आरोप है, “केवल सरकार की अक्षमता और अज्ञानता के कारण, महाराष्ट्र ने लाखों नौकरियों को खो दिया है, जिससे राज्य को लगभग 1।7 लाख नौकरियों का नुकसान हुआ है। महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी सरकार ने वेदांत-फॉक्सकॉन परियोजना को लाने के लिए बहुत मेहनत की थी। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार को लोगों को जवाब देना होगा।”
गौरतलब है कि गुजरात को हाल ही में भारत के पहले सेमीकंडक्टर संयंत्र के लिए ₹1।54 लाख करोड़ का उद्यम मिला है।
खनन समूह वेदांता और ताइवान की इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण कंपनी फॉक्सकॉन ने संयुक्त रूप से गुजरात के अहमदाबाद में संयंत्र बनाने का फैसला किया है।
प्लांट लोकेशन की रेस में गुजरात ने महाराष्ट्र को पछाड़ दिया।
वेदांता और फॉक्सकॉन अहमदाबाद में भारत का पहला सेमीकंडक्टर प्रोडक्शन प्लांट, डिस्प्ले फैब यूनिट और सेमीकंडक्टर असेंबलिंग और टेस्टिंग यूनिट स्थापित करेंगे।
सेमीकंडक्टर चिप्स, या माइक्रोचिप्स, कई डिजिटल उपभोक्ता उत्पाद कारों से लेकर मोबाइल फोन और एटीएम कार्ड तक के आवश्यक पार्ट हैं।