मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय पंडित वामनराव लाखे की 17 सितम्बर को जयंती पर उन्हें नमन किया है।
छत्तीसगढ़ के लिए लाखे के अमूल्य योगदान को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा है कि लाखे जी किसानों की आर्थिक सुदृढ़ता और सहकारी संगठनों की मजबूती के लिए जीवन पर्यन्त कार्य करते रहे।
लाखे जी छत्तीसगढ़ में सहकारिता के जनक के रूप में जाने जाते हैं। उनके प्रयासों से ही रायपुर में प्रथम सहकारी बैंक की स्थापना हुई।
सहकारिता के क्षेत्र में किये गये उनके प्रयासों का लाभ आज प्रदेश में लाखों किसानों को मिल रहा है।
बघेल ने कहा कि लाखे जी ने छत्तीसगढ़ में स्वतंत्रता संग्राम के दौरान जनजागरण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और कई आंदोलनों का नेतृत्व किया।
छत्तीसगढ़ की प्रथम मासिक पत्रिका का प्रकाशन कर उन्होंने यहां पत्रकारिता की बुनियाद रखी।
राष्ट्रीय चेतना के विकास में इस पत्रिका ने प्रमुख भूमिका निभाई।
बघेल ने कहा कि लाखे जी का निःस्वार्थ सेवा भाव और कर्मठ व्यक्तित्व सदा प्रेरणा देता रहेगा।