छत्तीसगढ़ के दुर्ग में रायपुर नाका पर बने रेलवे के अंडर ब्रिज को उद्घाटन से पहले ही खोलने को लेकर गुरुवार को हंगामा हो गया।
पुलिस और हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर झड़प हुई। पुलिस ने पहले प्रदर्शनकारियों को रोकने का प्रयास किया, जब वे नहीं रुके तो लाठीचार्ज कर दिया।
झड़प में दुर्ग CSP अभिषेक झा सहित कई लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने पार्षद अरुण सिंह सहित कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है।
दुर्ग नगर निगम के वार्ड 21 के पार्षद अरुण सिंह ने कलेक्टर को ज्ञापन देकर अंडर ब्रिज को जल्द खोलने की मांग की थी।
उन्होंने यह भी चेतावनी थी यदि जल्द उद्घाटन नहीं हुआ तो वह लोग 15 सितंबर को खुद ही आम जनता को समर्पित कर देंगे।
पार्षद अरुण सिंह का कहना है कि दुर्ग विधायक अरुण वोरा के कहने पर अंडर ब्रिज का उद्घाटन नहीं किया जा रहा है।
वह अंडर ब्रिज का उद्घाटन सीएम से कराना चाहते हैं, लेकिन समय नहीं दे रहे हैं। ऐसे में आम लोगों को काफी परेशानी हो रही है।
इसी बात को लेकर गुरुवार को हिंदू युवा मंच के कार्यकर्ता अंडर ब्रिज खोलने के लिए पहुंचे थे। अंडर ब्रिज को जबरदस्ती खोलने को लेकर पुलिस बल और हिंदू युवा मंच के लोगों के बीच जमकर झूमा झटकी हुई।
पुलिस के लाठी भांजने से मामला इतना बिगड़ गया कि युवाओं ने आक्रोश में आकर वहां रखी गईं कुर्सियों को तोड़ दिया।
लोगों ने अंडर ब्रिज के सामने का बैरिकेड्स तो तोड़ दिया, लेकिन उसके बाद लोहे से वेल्डिंग करके बनाए गए अवरोध को नहीं तोड़ सके।
अंडर ब्रिज को तोड़ने की दी गई चेतावनी
पार्षद अरुण सिंह का कहना है कि वह अंडर ब्रिज को खोलने के अपने वादे पर अडिग है। आज पुलिस ने उन्हें रोक लिया है, लेकिन वह आगे चुप नहीं बैठेंगे।
अंडर ब्रिज को जल्द से जल्द खोला जाएगा। या जिला प्रशासन खुद इसका उद्घाटन करके जनता को समर्पित कर दे। उन्होंने अंडर ब्रिज को तोड़ने की भी धमकी दी है।
एसडीएम दुर्ग मुकेश रावटे और सीएसपी अभिषेक झा का कहना है कि अभी अंडर ब्रिज का निर्माण पूरा नहीं हुआ है। कुछ काम शेष है।
उसे किया जा रहा है। जैसे ही निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा और ठेकेदार अंडर ब्रिज को हैंड ओवर करेगा इसका उद्घाटन करके इसे खोल दिया जाएगा।
रायपुर नाका अंडरब्रिज अप्रैल 2020 में होना था तैयार
रायपुर नाका अंडर ब्रिज को ढाई साल पहले अप्रैल 2020 में बनकर तैयार हो जाना था। लेकिन 7.2 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे इस ब्रिज को समय पर नहीं बनाया गया।
मार्च 2019 मार्च में इसका निर्माण शुरू हुआ था। 43 मीटर लंबे और 6 मीटर चौड़े इस ब्रिज के बन जाने से पटरी इस पार से उस पार जाने वालों को काफी राहत मिलेगी।