मृत बेटी को न्याय मिले, इसलिए एक पिता ने एक-दो दिन नहीं, पूरे 42 दिन तक उसके शव को घर के पास गड्ढे में नमक डालकर गाड़ कर रखा।
आखिरकार, उसका संघर्ष काम आया और पहले सिर्फ खुदकुशी का मामला बनाकर केस बंद करने वाली पुलिस अब 354,376और 302 धाराएं लगाकर शव का फिर से पोस्टमार्टम के लिए मुंबई भेज रही है।
नंदूरबार के धडगाव तहसील में 1 अगस्त को युवती के साथ कथित तौर पर बलात्कार के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी।
पिता का आरोप है कि पुलिस को बताने के बाद भी उन्होंने खुदकुशी का मामला दर्ज किया।
उनके मुताबिक, जब उन्होंने पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर से बात की, तब उन्होंने बताया कि पुलिस ने सिर्फ ऊपरी जख्म देखने को कहा है।
पुलिस ने पिता को बेटी का शव सौंप दिया, पिता ने बेटी का अंतिम संस्कार करने की बजाय उसे नमक के गड्ढे में गाड़ कर रखा दिया और न्याय के लिए संघर्ष करते रहे।
गांव वालों ने भी उनका साथ दिया। बात बड़े पुलिस अफसरों तक पहुंची, तब अब फिर से मामले की जांच का आदेश दिया गया है।
इलाके के एसपी आर पाटिल ने बताया कि मामले धाराएं भी बढ़ा दी गई हैं।
अब तक 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और मजिस्ट्रेट से इजाजत लेकर शव को फिर से निकाला गया है और घरवालों की मांग पर पोस्टमार्टम के लिए मुंबई भेजा जा रहा है।