भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार और उनके नेताओं को अब चौतरफा घेरना शुरू कर दिया है।
इसी के तहत दिल्ली में भाजपा के सातों लोकसभा सांसदों ने मंगलवार को उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को पत्र लिखकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के उन आरोपों की जांच की मांग की है कि ‘आप’ विधायकों को पाला बदलने के लिए 20 करोड़ रुपये की पेशकश की गई थी।
भाजपा सांसदों ने केजरीवाल और सिसोदिया के साथ-साथ अन्य ‘आप’ नेताओं द्वारा लगाए गए आरोपों को दुर्भावनापूर्ण, झूठा और भ्रामक बताते हुए आरोप लगाया कि यह दिल्ली सरकार के शराब घोटाले से ध्यान हटाने का प्रयास था।
सांसदों ने कहा कि सिसोदिया इस हद तक चले गए हैं कि उन्हें व्यक्तिगत रूप से एक फोन आया था कि उनके खिलाफ केस बंद करने के बदले में उन्हें भाजपा में शामिल होने के लिए कहा गया था।
दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 के कार्यान्वयन में कथित अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में दर्ज एफआईआर में सीबीआई द्वारा दिल्ली के उपमुख्यमंत्री को एक आरोपी के रूप में नामदद किया गया है।
‘आप’ सरकार के घोटालों से लोगों का ध्यान हटाने की कोशिश
भाजपा सांसदों ने दावा किया, “साफ तौर पर यह लोगों का ध्यान ‘आप’ सरकार के शराब और क्लासरूम घोटाले में शामिल होने से हटाने का एक प्रयास है।” भाजपा ने शराब के अलावा केजरीवाल सरकार पर सरकारी स्कूलों में क्लासरूम्स के निर्माण में घोटाले का भी आरोप लगाया है।
पत्र में कहा गया है, “हम, भाजपा के सांसद, स्पष्ट रूप से इन घोर मानहानिकारक और निराधार आरोपों से व्यथित हैं। हम आपसे अनुरोध करते हैं कि इस मामले की एक सक्षम प्राधिकारी से व्यापक जांच कराएं ताकि दिल्ली और भारत के लोगों के सामने सच्चाई सामने आ सके।”
भाजपा नेताओं ने कहा कि इस पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में भाजपा सांसद हर्षवर्धन, मीनाक्षी लेखी, मनोज तिवारी, प्रवेश वर्मा, रमेश बिधूड़ी और हंस राज हंस शामिल थे, जबकि गौतम गंभीर ने फोन के माध्यम से अपनी सहमति दी थी क्योंकि वह दिल्ली से बाहर थे।
केजरीवाल ने भाजपा पर लगाए विधायकों को पैसों का ऑफर देने के आरोप
अरविंद केजरीवाल और सिसोदिया ने आरोप लगाया है कि भाजपा ने ‘आप’ के विधायकों को 20-20 करोड़ रुपये का ऑफर देकर उन्हें कमजोर करने का प्रयास किया था। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने दावा किया था कि ऐसा उनकी सरकार को गिराने के उद्देश्य से किया गया था, उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा ने ‘आप’ के 40 विधायकों को खरीदने के लिए 800 करोड़ रुपये अलग रखे थे।
इससे पहले दिन में दिल्ली विधानसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा को जवाब देना चाहिए कि क्या सीबीआई ‘ऑपरेशन लोटस’ के तहत ‘आप विधायकों को खरीदने के लिए रखे गए धन के स्रोत की भी जांच करेगी?