छत्तीसगढ़ में झारखंड से 32 विधायक पहुंचे हैं।
इन विधायकों की रहने का इंतजाम नवा रायपुर के मेफेयर रिजॉर्ट में किया गया है।
मंगलवार की दोपहर विधायकों की एंट्री रिजॉर्ट में हुई, मगर इससे ठीक पहले एक एसयूवी में शराब की पेटियां भरकर मेफेयर लाई गईं।
बोलेरो वाहन पर छत्तीसगढ़ शासन और आबकारी पुलिस लिखा हुआ था, गाड़ी में मौजूद कुछ कर्मचारियों ने खुद को आबकारी विभाग का कर्मचारी बताया।
रिजॉर्ट के बाहर मौजूद मीडिया के कैमरों से यह गाड़ी बच ना सकी। गाड़ी के भीतर रखी शराब की बोतलें कैमरे में कैद हो गईं। इनमें चुनिंदा ब्रांड की महंगी शराब की बोतलें रखी हुई थीं।
भारतीय जनता पार्टी का आरोप है कि यह शराब झारखंड से लाए गए विधायकों को पिलाने के लिए पहुंचाई गई। इस पर तंज कसते हुए पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा कि यह विधायकों को मदहोश करने का इंतजाम है।
उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के लिए कहा कि कितने भी प्रयास कर लें आपकी हार तय है।
भाजपा प्रवक्ता गौरी शंकर श्रीवास ने कहा- कांग्रेस तो शराबबंदी का वादा किया गया था, यहां के कांग्रेस नेता इंतजाम अली बने हुए हैं।
प्रदेश में कर्मचारी युवा हड़ताल कर रहे हैं और यहां विधायकों को सरकार तंत्र का इस्तेमाल कर शराब परोसने की तैयारी है। ये छत्तीसगढ़ क्या AICC की आरामगाह या फार्महाउस कभी, हरियाणा के विधायक आते हैं, कभी असम के विधायक आते हैं, इसपर कांग्रेस के नेताओं को जवाब देना होगा।
रायपुर हवाई अड्डे पर झारखंड के विधायकों के स्वागत के लिए प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष और नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन और भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार मंडल के अध्यक्ष सुशील सन्नी अग्रवाल पहुंचे थे। तीनों नेताओं ने झारखंड के विधायकों को तीन बसों में बिठाया और नवा रायपुर के लिए रवाना हो गए।
खबर है कि चुनाव आयोग ने हेमंत सोरेन की विधायकी खत्म करने पर कार्रवाई की मांग राज्यपाल से की है। इससे झारखंड में सत्ता परिवर्तन की परिस्थिति बनी है। झारखंड विधानसभा में 81 विधायक हैं।
इनमें से यूपीए गठबंधन के पास 50 विधायकों का समर्थन है, भाजपा गठबंधन के पास कुल मिलाकर 30 विधायक हैं।
अपन लोगों को भाजपा के प्रभाव से बचाने सोरेन ने उन्हें रायपुर के रिजॉर्ट में भेज दिया है।