छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर केंद्रित किताब मोदी @20 पर सेमीनार में गृहमंत्री अमित शाह शामिल हुए।
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के फैसले लेने की मूल सोच ये है कि व्यक्ति को अच्छे लगे ऐसे फैसले नहीं लेने चाहिए।
मुझे और आपको अच्छे लगे ऐसे फैसले नहीं लेने चाहिए मेरे और आपके लिए अच्छे हों ऐसे फैसले लेने चाहिए। ये कार्यक्रम में रायपुर के साइंस कॉलेज स्थित दीन दयाल ऑडिटोरियम में हुआ।
यहां फिल्म, लॉ, बिजनेस, मीडिया जगत की हस्तियां पहुुंची थी। किताब में PM मोदी के गुजरात के सीएम और प्रधानमंत्री पद में आने के बाद किए गए कामों की जानकारियां अलग-अलग एक्सपर्ट्स के आर्टिकल में लिखे गए हैं।
शाह ने आगे कहा कि इसलिए मोदी जब कोई बड़ा निर्णय करते हैं तो राहुल बाबा तुरंत ट्वीटर लेकर मैदान में आ जाते हैं, 8-10 ट्वीट ठोक देते हैं, ठीक है ठोक देते हैं, लेकिन 15 दिन बाद जब जनता फैसलों का स्वागत करती है तो मुंह देखने के लायक हो जाता है।
मोदी कभी भी वोट बैंक के लिए लोगों को अच्छे लगे ऐसे फैसले नहीं लेते हैं। वो सहासी फैसले लेते हैं, शायद शुरुआत में फैसलों से लोग नाराज होंगे मगर वो फैसले देश के लिए अच्छे होते हैं।
शाह ने यूपीए सरकार के कार्यकाल काे याद करते हुए कहा- तब देश में कांग्रेस की यूपीए सरकार थी। मनमोहन सिंह की सरकार थी,मगर चलाती सोनिया गांधी थीं। उस वक्त 12 लाख करोड़ के घपले हुए । कितनी निर्भया के साथ बलात्कार हुए, देश की सुरक्षा का ठिकाना नहीं था दुनिया में देश का सम्मान नहीं था।
अर्थतंत्र के सूचकांक औंधे मुंह गिर गए थे। देश के लोग सोचने लगे थे, इस पद्धति से देश दुनिया में पहचान बना पाएगा क्या। तब भाजपा ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया।
लोगों ने समर्थन किया 30 साल के बाद पहली गैर कांग्रेसी बहुमत वाली सरकार बनी। 2014 से आज 2022 तक लोगों में सफल लोकतंत्र है ये आत्मविश्वास जो पैदा हुआ वो मोदी के शासन काल की वजह से हुआ।
बिना किसी दल का नाम लिए शाह ने आगे कहा – भाजपा की सरकार आने से पहले देश में तीन नासूर थे, पहला परिवारवाद, दूसरा भ्रष्टाचार और तीसरा तुष्टीकरण। भाजपा के अलावा सभी में पार्टियों में ये नासूर थे।
बाप के बाद बेटा, चाहे बेटा कैसा भी हो ये देखना ही नहीं है, बेटा ठीक नहीं तो उसका दूसरा भाई, भाई नहीं है तो दामाद भी लाइन लगाकर बैठे हैं । सारी पार्टियां परिवारवाद में लीन थीं। जब मोदी ने सुशासन का मंत्र रखा तो देश की राजनीति से परिवारवाद जनता ने उखाड़ कर फेंक दिया।
आज देश को ऐसी शासन व्यवस्था मोदी दे रहे हैं, जिसमें भ्रष्टचार का आरोप तो हम पर विपक्ष भी नहीं लगा सकता। तुष्टीकरण खत्म किया, कोई विशेष दर्जा नहीं सबको समान अधिकार दिया।
तीनों नासूरों को उखाड़कर फेंका गया। देश की राजनीति में परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण की जगह पाॅलिटिक्स ऑफ परफॉर्मेंस लाया। ये देखा जाने लगा कि विकास कौन करेगा, आज देश की जनता भी परफॉर्मेंस देखती है, देश की राजनीति बदल रही है अब जो परफॉर्म करता है जनता उसको चुनती है।
रायपुर में हुए इस कार्यक्रम में कार्यक्रम में भाजपा की राष्ट्रीय महामंत्री छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, प्रदेश सह प्रभारी नितिन नबीन, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, संगठन महामंत्री पवन साय, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह, रायपुर सांसद सुनील सोनी और मोदी@20 के संयोजक ओपी चौधरी मौजूद रहे।