इस बार उत्तर भारत के बड़े भू-भाग में मानसून तरसा रहा है।
वहीं कई इलाके ऐसे भी हैं जहां बाढ़ के हालात हैं,अब तक के साउथवेस्ट मॉनसून के अपडेट के मुताबिक देशभर में सामान्य से 15 फीसदी कम बारिश हुई है।
उत्तर प्रदेश में सभी राज्यों के मुकाबले सबसे कम बारिश हुई है।
सोमवार को देशभर में आजादी की 76वीं सालगिरह बनाई गई। इस दिन देशभर में सामान्य से 110 फीसदी ज्याद बारिश रिकॉर्ड की गई।
लेकिन उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां 1 जून से 15 अगस्त तक सामान्य से 44 फीसदी कम वर्षा हुई है।
झारखंड में सामान्य से 35 फीसदी कम वर्षा हुई है।
राजधानी दिल्ली की बात करें तो यहां सामान्य से 19 फीसदी कम वर्षा हुई।
दक्षिण भारत की ओर चलें तो तमिलनाडु में सामान्य से 81 फीसदी ज्यादा और तेलंगाना में 74 फीसदी ज्यादा वर्षा हुई है।
यहां कई नदियां अब भी खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं और बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं।
कर्नाटक में 34 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है वहीं गुजरात में 31 फीसदी ज्यादा वर्षा दर्ज हुई।
महाराषअट्र में 30 फीसदी तो मध्य प्रदेश में 16 फीसदी ज्यादा वर्षा हुई।
इन प्रदेशों में ज्यादा बारिश के बावजूद अगर भारत में कुल मिलाकर औसत से कम बारिश हुई है तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि उत्तर भारत के अन्य राज्यों में कितनी कम बरसात हुई होगी।
मौसम विभाग के मुताबिक मध्य प्रदेश, दिल्ली और महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में मानसून ऐक्टिव है।
मध्य प्रदेश में 17 अगस्त को मध्यम वर्षा हो सकती है। इसके अलावा चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों और हरियाणा में भी मध्यम वर्षा के आसार हैं।
छत्तीसगढ़ में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।