भिलाई का सुपेला रेलवे क्रॉसिंग मंगलवार 16 अगस्त की सुबह से पूरी तरह बंद कर दिया गया है, यहां अंडर ब्रिज का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है।
जेसीबी और पोकलेन मशीन खोदाई के लिए लगा दी गई हैं, इसके चलते लोगों को अब प्रियदर्शनी परिसर अंडर ब्रिज या चंद्रा मौर्या अंडरब्रिज से आना जाना करना पड़ रहा है।
भास्कर की टीम ने यहां जब लोगों से बात की तो उन्होंने कहा कि सुपेला रेलवे फाटक सेक्टर एरिया को आकाश गंगा सुपेला मार्केट से जोड़ने वाला मुख्य मार्ग था। बारिश के चलते प्रियदर्शनी परिसर अंडर ब्रिज और चंद्रा मौर्या अंडर ब्रिज पानी से भर जाते हैं।
ऐसे में यहीं से लोग आना-जाना करते हैं। बारिश के दिनों में अचानक इसे बंद करने से लोगों को काफी परेशानी होगी।
सुपेला के व्यापारी नरेश कुमार गोयल का कहना है कि फाटक बंद होने से व्यापार भी प्रभावित होगा। अंडर ब्रिज बारिश में भरे होते हैं। इससे लोग अब इधर कम आएंगे। इससे आकाश गंगा और सुपेला मार्केट का व्यापारी काफी प्रभावित होगा।
प्रशासन का कहना है कि रेलवे फाटक अंडर ब्रिज निर्माण के चलते बंद किया गया है। सेक्टर एरिया में जाने के लिए एक दो किलोमीटर की दूरी में 6 वैकल्पिक मार्ग खुले हुए हैं।
लोग नेहरू नगर अंडर ब्रिज, ओवर ब्रिज, प्रियदर्शनी परिसर अंडर ब्रिज, चंद्रा मौर्या अंडरब्रिज, पावर हाउस अंडर ब्रिज और ओवर ब्रिज के माध्यम से इस पार से उस पार आना-जाना कर सकते हैं। हां उन्हें थोड़ा घूमकर जाना पड़ेगा, लेकिन यह डिस्टेंस इतना नहीं लोगों को कोई बड़ी परेशानी होगी।
बारिश के दिनों में रेलवे क्रॉसिंग बंद करने से लोगों को आवागमन में परेशानी बढ़ जाएगी। इसका सबसे बड़ा कारण बारिश होते ही अंडरब्रिज का भर जाना है। इनके भरने से ये पूरी तरह बंद हो जाते हैं।
यदि ऐसा हुआ तो लोगों को कई किलोमीटर घूमकर नेहरू नगर और पावर हाउस ओवर ब्रिज से ही आना जाना करना पड़ेगा। इससे यहां वाहनों का दबाव काफी अधिक बढ़ जाएगा।
सुपेला में बनने जा रहा अंडर ब्रिज वायशेप में होगा। यह सुपेला की तरफ सीधी तो टाउनशिप की तरफ दो हिस्सों में बंट जाएगा। इसमें एक रास्ता सेक्टर 1 और दूसरा रास्ता सेक्टर 6 गैरेज रोड की तरफ जाएगा। यह अंदर से करीब पांच मीटर हाइट वाला होगा।
टाउनशिप की तरफ प्रस्तावित अंडर ब्रिज के दोनों ओर बीएसपी की नर्सरी है। इसमें करीब 214 पेड़ निर्माण से प्रभावित होंगे। इन पेड़ों को काटने के लिए रेलवे ने वन विभाग को पत्र लिखकर अनुमति मांगी है। बीएसपी ने भी इसके लिए अपनी एनओसी दे दी है।
रेलवे ने अंडरब्रिज निर्माण के लिए प्रक्रिया शुरू करने से पहले हाल ही में ट्रैफिक पुलिस ने एक सप्ताह तक यातायात दबाव को लेकर सर्वे कराया था, इसमें दोपहिया वाहनों को छोड़ दें तो एक सप्ताह में करीब 12 लाख चार पहिया एवं भारी वाहन इस रेलवे फाटक से गुजरते हैं।
इस तरह हर दिन की बात करें तो यहां से 1 लाख 71 हजार से अधिक वाहन रोज गुजरते हैं।