करीब 50 साल पहले लापता हुई देवी पार्वती की एक मूर्ति का अमेरिका में पता चला है। तमिलनाडु आइडल विंग आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) ने सोमवार को यह जानकारी दी।
एक अधिकारी ने कहा कि यह मूर्ति आधी सदी पहले कुंभकोणम के थंडनपुरेश्वरर सिवन मंदिर से गायब हो गई थी।
अब इसके न्यूयॉर्क में होने का पता चला है। सीआईडी ने कहा कि मूर्ति न्यूयॉर्क के बोनहम्स ऑक्शन हाउस में मिली है।
इसने बताया कि प्रतिमा के चोरी होने की शिकायत वर्ष 1971 में स्थानीय पुलिस से की गई थी और प्रतिमा प्रकोष्ठ ने के. वासु नामक व्यक्ति की शिकायत पर फरवरी 2019 में प्राथमिकी दर्ज की तथा तब से मामला लंबित है। सीआईडी ने बताया कि इस मामले पर ध्यान हाल में तब गया जब प्रतिमा प्रकोष्ठ की निरीक्षक एम.चित्रा ने जांच शुरू की और उन्होंने विदेश के विभिन्न संग्रहालयों तथा नीलामी घरों में देवी पार्वती की चोल काल की प्रतिमाओं संबंधी जानकारी एकत्र करनी शुरू की।
गहन जांच के बाद चित्रा ने बताया कि चोरी गई प्रतिमा बोनहम्सो नीलामी घर में है। प्रतिमा प्रकोष्ठ के मुताबिक, 12वीं सदी में चोल शासन के दौरान तांबा मिश्रित धातु से बनी प्रतिमा की लंबाई 52 सेंटीमीटर है और इसकी कीमत करीब 1,68,26,143 रुपये है। दक्षिण भारत में पार्वती को उमा के नाम से भी पूजा जाता है और उनकी प्रतिमा आमतौर पर खड़ी अवस्था में होती है। सीआईडी के प्रतिमा प्रकोष्ठ के पुलिस महानिदेशक जयंत मुरली के मुताबिक उनकी टीम ने प्रतिमा को वापस लाने के लिए कागजात तैयार कर लिए हैं।