बिहार में उठ रहे सियासी बवंडर के बीच कांग्रेस ने नया दांव चल दिया है।
पार्टी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को खुले रूप से बिना शर्त समर्थन देने की घोषणा कर दी है।
जनता दल युनाइटेड (जेडीयू) और बीजेपी (JDU And BJP) के बीच रहे उठापटक और सरकार को लेकर चल रहे रस्साकस्सी को लेकर कांग्रेस ने सोमवार की शाम विधायकों की हुई अहम बैठक (Bihar Congress Meeting) में यह निर्णय लिया।
कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा के आवास पर हुई बैठक में बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास, प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा सहित तमाम विधायक शामिल रहे।
बैठक में भक्त चरण दास ने सभी विधायकों से बिहार की राजनीतिक स्थिति और एनडीए गठबंधन टूटने के बाद उत्पन्न होने वाली स्थिति पर राय ली जिसमें सबने बीजेपी से नीतीश कुमार के अलग होने की स्थिति में कांग्रेस जेडीयू को बिना शर्त समर्थन देने की बात कही।
विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने कहा कि ऐसे हालात में नीतीश कुमार को गठबंधन के साथ आ जाना चाहिए।
पिछले चौबीस घंटे में बिहार की सियासत घटनाक्रम में तेजी से बदलाव आया है, जेडीयू ने मंगलवार की सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री आवास में अपने सांसदों की बैठक बुलाई है।
मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी ने भी मंगलवार को अपने विधायक दल की बैठक बुलाई है, दूसरी तरफ, जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) ने भी विधायक दल की बैठक का एलान किया है।
जिस तरह बिहार की सियासत में घमसान मचा हुआ है उसमें कांग्रेस ने मजबूत और एकजुट रखने के लिए सभी को साथ रहने को कहा है, पार्टी ने अपने सभी विधायकों को पटना में ही रहने का निर्देश दिया है।
कांग्रेस को डर है कि बीजेपी कहीं उसके विधायकों को तोड़ न ले, इसलिए मौजूदा राजनीतिक हालात को देखते हुए वो सतर्क है।