दिल्ली-एनसीआर में सर्वे में भाग लेने वाले 63 प्रतिशत लोगों ने कहा है कि पिछले 30 दिनों में कोविड-19 जैसे लक्षण होने के बावजूद उन्होंने कोई जांच नहीं कराई।
डिजिटल कम्युनिटी बेस्ड प्लैटफॉर्म ने सोमवार को यह जानकारी दी।
सर्वे के तहत लोगों को एक प्रश्नावली दी गई थी, जिस पर 10,821 प्रतिक्रियाएं मिलीं। एक बयान में कहा गया है कि 67 फीसदी उत्तरदाता पुरुष थे, जबकि 33 फीसदी महिलाएं थीं।
सर्वे में शामिल कुछ प्रश्नों में शामिल थे – ”पिछले एक महीने में जब आपको या दिल्ली-एनसीआर में आपके परिवार के सदस्यों में कुछ लक्षण थे और एक कोविड-19 जांच (बिना कहीं गए) की आवश्यकता थी तो आपने किस प्रकार की जांच कराई थी?” इस सवाल के जवाब में किसी भी उत्तरदाता ने केवल आरटी-पीसीआर जांच नहीं कहा।
इसमें कहा गया है कि जहां 25 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि उन्होंने रैपिड एंटीजन टेस्ट का विकल्प चुना, वहीं 12 प्रतिशत का जवाब ‘आरटी-पीसीआर और रैपिड एंटीजन टेस्ट दोनों’ था।
‘लोकलसर्किल्स’ ने बयान में कहा, हालांकि 63 प्रतिशत निवासियों ने कहा कि लक्षण होने के बावजूद उन्होंने इनमें से कोई भी जांच नहीं कराई।
अध्ययन के नतीजे ऐसे समय आए हैं जब पिछले एक हफ्ते में दिल्ली में कोविड-19 के मामले काफी बढ़े हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में रविवार को कोविड-19 के 2,423 मामले आए और संक्रमण दर 14.97 प्रतिशत रही, जो 22 जनवरी के बाद से सबसे अधिक है, जबकि बीमारी के कारण दो और लोगों की मौत हो गई।
22 जनवरी को संक्रमण दर 16.4 प्रतिशत थी। यह लगातार पांचवां दिन था जब दैनिक मामलों की संख्या 2,000 से ऊपर रही।