केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महंगाई, बेरोजगारी और जांच एजेंसियों के कथित दुरुपयोग को लेकर सरकार के खिलाफ काले कपड़े पहनकर किए गए प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है।
शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है, जिस दिन राम मंदिर का शिलान्यास हुआ था, उसी दिन कांग्रेस नेताओं ने काले कपड़े पहनकर यह विरोध प्रदर्शन किया।
शाह ने कहा कि कांग्रेस ने विरोध के लिए उस दिन को चुना और काले कपड़े पहने क्योंकि वे अपनी तुष्टिकरण की सियासत को बढ़ावा देने के लिए ‘कुटिल’ संदेश देना चाहते हैं क्योंकि इसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम जन्मभूमि के निर्माण कार्य की नींव रखी थी।
गौरतलब है कि महंगाई और बेरोज़गारी के मुद्दे पर कांग्रेस सांसदों ने आज काले कपड़े पहनकर प्रदर्शन किया था. पार्टी ने संसद से राष्ट्रपति भवन तक जाने के लिए मार्च निकाला था।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी भी मार्च में शामिल हुए थे, हालांकि मार्च को विजय चौक पर रोक दिया गया और सांसद वहीं धरने पर बैठ गए।
इसके बाद पुलिस ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत कई नेताओं को हिरासत में ले लिया गया था, जिन्हें बाद में रिहा कर दिया गया था।
महंगाई और बेरोजगारी पर देशव्यापी हल्लाबोल शुरू करने से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेन्स को संबोधित करते हुए कहा था कि मौजूदा दौर में हम लोकतंत्र की मौत देख रहे हैं।
उन्होंने कहा था कि भारत ने लगभग एक सदी पहले जो कुछ भी ईंट-पत्थरों से बनाया था, वह आपकी आंखों के सामने नष्ट किया जा रहा है।
जो कोई भी तानाशाही विचार के खिलाफ खड़ा होता है, उस निशाना बनाया जाता है, उन्हें जेल में डाल दिया जाता है, उन्हें गिरफ्तार किया जाता है और पीटा जाता है।
कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि महंगाई हद से ज़्यादा बढ़ गई है, सरकार को कुछ करना पड़ेगा. हम इसके लिए ही आंदोलन कर रहे हैं।