पश्चिम बंगाल के शिक्षक घोटाले में अर्पिता चटर्जी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं।
मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार को एक बार फिर उसके बेलघरिया स्थित फ्लैट पर छापा मारा, जिसमें बड़ा कैश मिला।
बुधवार को हुई छापेमारी में अब तक 20 करोड़ रुपए की गिनती हो चुकी है। जांच एजेंसी अभी भी कैश की गिनती कर रही है, यह रकम अभी और बढ़ सकती है।
तीन मशीनों से हो रही कैश की गिनती
अर्पिता के घर से बरामद कैश को गिनने के लिए तीन मशीनें लगाई गई हैं। इसके अलावा बड़ी मात्रा में ज्वेलरी भी बरामद हुई। सूत्रों के मुताबिक, अर्पिता के सेल्फ से तीन किलो सोना जब्त किया गया। इसकी कीमत करीब डेढ़ करोड़ है। कुल मिलाकर अब तक 41 करोड़ कैश और ढाई करोड़ की ज्वेलरी जब्त की जा चुकी है।
अब तक 41 करोड़ रुपए कैश बरामद
बता दें कि 23 जुलाई को भी ED ने मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी के ठिकानों पर छापा मारा था। अर्पिता के घर 21 करोड़ रुपए कैश और 1 करोड़ रुपए की ज्वेलरी मिली थी। 500 और 2000 रुपए के नोटों के ढेरों बंडल को एक कमरे में झोले और बैग में ठूंस-ठूंस कर रखा गया था। एजेंसी को दस्तावेज भी मिले थे।
इसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया था। कुल मिलाकर अब तक अर्पिता के घर से 41 करोड़ कैश रिकवर किए जा चुके हैं। कैश की गिनती अभी भी जारी है। इसके अलावा भारी संख्या में ज्वेलरी भी मिली है। जांच एजेंसी अभी इसका आंकलन कर रही है।
इधर, ED ने अर्पिता के बेलघरिया टाउन क्लब स्थित दो में से एक फ्लैट को सील कर दिया है। नोटिस में अर्पिता पर 11,819 रुपए मैंटेनेंस नहीं चुकाने की वजह बताई गई है।
अर्पिता के रिश्तेदारों के घर भी हुई छापेमारी
ED ने बुधवार को मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी के ठिकानों पर फिर छापा मारा। रिपोर्ट्स के मुताबिक पार्थ और अर्पिता के 5 ठिकानों पर ED ने छापा मारा है। ED की टीम ने कोलकाता और उसके आसपास पांच जगहों, उत्तर 24 परगना जिले के बेलघरिया और राजडांगा में बने अर्पिता के ऑफिस, रिश्तेदारों के घर और बाकी फ्लैट्स पर भी छापा मारा।
पार्थ चटर्जी बोले- इस्तीफा क्यों दूं
पार्थ और अर्पिता की बुधवार को कोर्ट के आदेश पर 48 घंटे बाद दोबारा मेडिकल जांच करवाई गई। दो घंटे चले चेकअप के बाद जब वे बाहर आए तो पत्रकार बार-बार उनसे मंत्री पद से इस्तीफा देने के बारे में पूछने लगे। इस पर पार्थ ने चिल्लाकर कहा- इस्तीफा क्यों दूं, इसकी वजह बताओ।
पार्थ के इस्तीफे पर कैबिनेट करेगी फैसला
पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के 5 दिन हो चुके हैं, लेकिन उनका पार्टी में महासचिव पद, उद्योग, सूचना प्रौद्योगिकी और परिषद विभाग, वाणिज्य मंत्री पद बरकरार है। विपक्ष पार्थ को बर्खास्त करने की मांग कर रहा है। इस बीच पार्थ ने भी मंत्री को मिलने वाली गाड़ी लौटा दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुरुवार को कैबिनेट मीटिंग होने वाली है। जिसमें ममता पार्थ से जुड़े फैसले ले सकती हैं।
हम मीडिया ट्रायल के खिलाफ: ममता बनर्जी
ममता बनर्जी बुधवार को टीटागढ़ में पहुंचीं। यहां पार्थ चटर्जी का नाम लिए बगैर कहा- मीडिया कंगारू अदालत की भूमिका निभा रहा है। हम मीडिया ट्रायल के खिलाफ हैं। उन्होंने लोगों से कहा कि आप निश्चिंत रहें, बीजेपी 2024 में सत्ता में नहीं आएगी।
सवालों का जवाब नहीं दे रहे पार्थ, अर्पिता ने सहयोग किया- ED
पार्थ चटर्जी पूछताछ के दौरान टालमटोल कर रहे थे, जबकि उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी ने जांच में सपोर्ट किया।
- अर्पिता मुखर्जी को ED के CGO ऑफिस के वुमन लॉकअप में पूरी रात रखा गया।
- मंगलवार सुबह 10 बजे दोनों से पूछताछ शुरू हुई। इस बीच दोनों को अलग-अलग कमरों में रखा गया।
- पार्थ से प्रॉपर्टी, टीचर्स के अपॉइंटमेंट लेटर, उनके घर से जब्त एडमिट कार्ड की फोटोकॉपी के बारे में पूछा गया।
- अर्पिता ने बताया कि पार्थ उनके घर को मिनी बैंक की तरह इस्तेमाल कर रहे थे।
- शिक्षक भर्ती घोटाले में पार्थ सर्कल में शामिल टीएमसी पार्षदों सहित कई व्यापारियों को भी समन भेजा जाएगा।
- ED की एक टीम मंगलवार को स्कूल शिक्षा विभाग के हेडक्वॉर्टर भी पहुंची। जहां कई अधिकारियों से सवाल किए गए।
भाजपा का आरोप- अर्पिता के अलावा एक और महिला भी शामिल
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने रविवार को दावा किया कि भर्ती घोटाले में अर्पिता के अलावा एक और महिला भी शामिल हैं। उनका नाम मोनालिसा दास है, जो पेशे से एक टीचर हैं और मंत्री पार्थ चटर्जी की बेहद करीबी हैं। दास के पास 10 फ्लैट हैं, जिसकी जांच होनी चाहिए। वहीं मोनालिसा ने इन आरोपों को खारिज किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक ED जल्द ही इस केस में मोनालिसा से भी पूछताछ कर सकती है।
डायबिटीज के मरीज हैं पार्थ चटर्जी
मेडिकल रिपोर्ट देखने के बाद पार्थ और अर्पिता से दोबारा पूछताछ की जाएगी। मेडिकल चेकअप में 69 साल के पार्थ का वजन 111 KG पाया गया। एम्स के डॉक्टरों ने कहा कि उम्र के हिसाब से उनका वजन ज्यादा है। वहीं पार्थ का दावा है कि वे 15 साल से डायबिटीज से पीड़ित हैं, इसलिए उन्हें रेग्युलर दवाएं लेनी पड़ती हैं।