रायपुर / पंचायत एवं ग्रामीण विकास, कृषि एवं जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे ने प्रदेशवासियों को हरेली तिहार की बधाई और शुभकामनाएं दी है।
उन्होंने कहा है कि छत्तीसगढ़ एक कृषि प्रधान राज्य है।
यह राज्य का प्रथम त्यौहार है, इससे ही त्योहारों की शुरुआत होती है। हरियाली अमावस्या को मनाया जाने वाला हरेली त्यौहार का छत्तीसगढ़ के जनजीवन में व्यापक प्रभाव है। इस दिन किसान नांगर (हल) एवं कृषि औजार की पूजा करते है, जो हमारे कृषि प्रधान संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है।
वहीं दूसरी ओर देखा जाए तो हरेली पर्व का महत्व धरती को हरा-भरा बनाये रखने के लिए पेड़-पौधे की महत्ता को भी प्रदर्शित करता है। इस अवसर पर कृषि मंत्री ने नागरिकों एवं किसानों की खुशहाली की कामना की है।
मंत्री चौबे ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा दो वर्ष पूर्व 20 जुलाई 2020 को हरेली के दिन से छत्तीसगढ़ में गोधन न्याय योजना की शुरुआत की गई और इसके तहत 2 रुपए किलो में गोबर खरीदी की जा रही है। इससे ग्रामीण कृषि अर्थव्यवस्था और अधिक मजबूत हो रही है।
इस योजना से गौ-पालकों को अतिरिक्त लाभ एवं महिला स्व-सहायता समूहों को रोजगार सुलभ हुआ है। मंत्री चौबे ने कहा है कि इस वर्ष हरेली तिहार के दिन प्रदेश सरकार द्वारा 04 रूपए प्रति लीटर की दर से गौ-मूत्र ख़रीदी की शुरुआत करने जा रही है। इससे पशुपालन को बढ़ावा और जैविक खेती को प्रोत्साहन मिलेगा।