न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी और अन्य मांगों को लेकर शंभू और खनौरी बॉर्डर पर जारी किसानों के आंदोलन के बीच आज संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) गैर राजनीतिक की केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल के साथ चंडीगढ़ में हुई छठी बैठक भी बेनतीजा रही।
ढाई घंटे चली मीटिंग में कोई हल नहीं निकला। अब अगली मीटिंग 19 मार्च को होगी।
बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और पीयूष गोयल मौजूद रहे। पंजाब सरकार की ओर से वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा, कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां और फूड प्रोसेसिंग मंत्री लालचंद कतरूचक भी शामिल थे।
किसान नेताओं के 28 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में सरवन सिंह पंधेर, अभिमन्यु कोहाड़, काका सिंह कोटडा, सुखजीत सिंह, अरुण सिन्हा, लखविंदर सिंह, जसविंदर लोंगोवाल, एमएस राय, नंद कुमार, बलवंत सिंह बेहरामके और इंद्रजीत सिंह कोटबुढ़ा मौजूद रहे।
किसान 23 फसलों पर एमएसपी देने की बात पर अड़े रहे जबकि केंद्र सरकार दो-तीन और फसलों पर एमएसपी देने की बात कह रही है। सरकार अभी 18 फसलों पर एमएसपी दे रही है।
अच्छे माहौल में हुई, आंकड़ों का होगा मिलान
मीटिंग के बाद पत्रकारों से बात करते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बैठक अच्छे माहौल में हुई। कुछ आंकड़े मांगे गए हैं। किसानों के पास अपने आंकड़े हैं और केंद्र सरकार के पास अपने।
दोनों आंकड़ों को मिलाया जाएगा। शिवराज सिंह चौहान, प्रह्लाद जोशी और पीयूष गोयल ने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से अनशन खत्म करने की अपील की। डल्लेवाल ने कहा कि जब तक सभी फसलों पर एमएसपी की गारंटी नहीं मिलती, उनका अनशन खत्म नहीं होगा।
शिवराज चौहान ने पूछा डल्लेवाल का हालचाल
शिवराज सिंह चौहान मीटिंग में आते ही जगजीत सिंह डल्लेवाल के पास पहुंचे। उन्होंने झुककर कुर्सी पर बैठे डल्लेवाल से उनकी सेहत के बारे में पूछा।
इसके बाद वह दूसरे किसान नेताओं से मिले। केंद्र सरकार के साथ होने वाली बैठक को लेकर खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को चंडीगढ़ के सेक्टर-26 पहुंचाया गया। उन्हें एंबुलेंस के जरिए सरकार के साथ मीटिंग के लिए लाया गया।
उधर, मीटिंग से पहले किसान नेता सरवन पंधेर ने कहा था कि उनका 25 फरवरी को दिल्ली कूच का प्रोग्राम है। मीटिंग में पॉजिटिव रिस्पॉन्स नहीं मिला तो 25 फरवरी को 101 किसानों का जत्था वरिष्ठ किसान नेताओं की अगुवाई में दिल्ली कूच करेगा।
इससे पहले चंडीगढ़ में 14 फरवरी को हुई केंद्र और किसानों की बैठक बेनतीजा रही थी। साढ़े 3 घंटे चली मीटिंग में कोई हल नहीं निकला।