अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा है कि वह इस महीने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिल सकते हैं।
इस दौरान ट्रंप ने रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग को खत्म करने के लिए सऊदी अरब में अमेरिकी-रूसी अधिकारियों की बैठक में यूक्रेन को नजरंदाज करने पर भी बात की।
ट्रंप ने कहा है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति के पास तीन साल का समय था और वह इस दौरान बातचीत कर इस जंग का हल निकाल सकते थे।
बता दें कि मंगलवार को अमेरिका और रूस के बीच हुई बैठक में यूक्रेन को शामिल ना करने को लेकर यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने नाराजगी जाहिर की है।
फ्लोरिडा के पाम बीच में अपने मार-ए-लागो क्लब में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने कहा है कि उन्हें इसी महीने के अंत तक पुतिन से मुलाकात की उम्मीद है।
इससे पहले रियाद में अमेरिकी-रूसी वार्ता के बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा था कि दोनों पक्षों ने यूक्रेन पर चर्चा करने के लिए ट्रंप और पुतिन के बीच बैठक के लिए फिलहाल कोई तारीख तय नहीं की है।
‘समझौता कर सकते थे’
ट्रंप ने इस बातचीत में यूक्रेन को बाहर रखे जाने पर जेलेंस्की की चिंताओं को दरकिनार करते हुए कहा कि यूक्रेन इस जंग को टालने के लिए तीन साल पहले ही रूस के साथ समझौता कर सकता था।
ट्रंप ने कहा, “आज मैंने सुना, ‘ओह, हमें बुलाया नहीं गया।’ आप तीन साल से वहां हैं, आपको इसे खत्म कर देना चाहिए था। आपको इसे कभी शुरू ही नहीं करना चाहिए था। आप समझौता कर सकते थे।” वहीं ट्रंप ने रूस की एक और चिंता पर हां में हां मिलाया है। ट्रंप ने कहा है कि यूक्रेन में चुनाव कराए जाने चाहिए। उन्होंने कहा है कि यह सिर्फ रूस की चिंता नहीं है बल्कि अमेरिका और दूसरे देशों की भी बात है।”
मैं जंग को खत्म करवा सकता हूं- ट्रंप
इस दौरान ट्रंप ने यूक्रेन जंग से निपटने के लिए बाइडेन की नीतियों की जमकर आलोचना की। उन्होंने कहा है कि बाइडेन ने यह सुनिश्चित करने के लिए काम किया कि यूक्रेन के पास रूस से लड़ने के लिए हथियार हों।
ट्रंप ने आगे कहा, “मुझे लगता है कि मेरे पास इस जंग को समाप्त करने की शक्ति है।” वहीं यूरोप पर बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि अगर यूरोप के देश यूक्रेन में शांति दूत भेजना चाहते हैं तो वे इसका विरोध नहीं करेंगे।