अमेरिका से 116 अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर सैन्य विमान सी-17 ए ग्लोबमास्टर-3 शनिवार रात 11:30 बजे अमृतसर एयरपोर्ट पर लैंड हुआ।
पहले 119 अप्रवासियों को डिपोर्ट करने के खबरें थीं, लेकिन बाद में लिस्ट अपडेट की गई।
इस विमान में पंजाब से 65, हरियाणा से 33, गुजरात से 8, उत्तर प्रदेश, गोवा, महाराष्ट्र और राजस्थान से 2-2 और हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर से एक-एक व्यक्ति शामिल थे।
एयरपोर्ट के अंदर पहले सभी के दस्तावेजों की चेकिंग की गई। इसके साथ यह भी देखा गया कि किसी का कोई आपराधिक रिकॉर्ड है या नहीं।
सारी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उनके परिजनों के हवाले कर दिया गया।
अमेरिका तीसरे बैच में 157 अवैध प्रवासी भारतीयों को रविवार यानी आज सुबह अमृतसर भेजेगा। अभी यह पता नहीं चल सका है कि विमान कितने बजे यहां लैंड करेगा।
अमृतसर में अमेरिकी विमानों की लैंडिंग का मुख्यमंत्री मान कर रहे विरोध
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अमृतसर हवाई अड्डे पर भारतीय प्रवासियों को ला रहे अमेरिकी विमानों की लैंडिंग को लेकर केंद्र पर हमला बोला है।
उन्होंने कहा कि पवित्र शहर अमृतसर को बदनाम किया जा रहा है। हम अमृतसर को डिपोर्ट केंद्र नहीं बनने देंगे। अमेरिका से डिपोर्ट किए गए लोगों को अमृतसर एयरपोर्ट पर उतारना केंद्र सरकार की साजिश है।
यह जहाज दिल्ली या अहमदाबाद अथवा देश के किसी भी एयरबेस पर उतारा जा सकता है। अमेरिका से आने वाले जहाज के लिए पहले दिल्ली एयरपोर्ट आता है।
मामले में कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने भी सवाल किया है कि विमान को दिल्ली या कहीं और भी लैंड कराया जा सकता था, हर बार अमृतसर में ही क्यों? क्या आप यह संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि अमेरिका में आने वाला हर अवैध प्रवासी पंजाब से है? इस मामले में पंजाब के मुख्यमंत्री का कहना बिल्कुल सही है।
मान के आरोपों पर बीजेपी का पलटवार
भगवंत मान के इन आरोपों पर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि अमृतसर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट अमेरिका से भारत में प्रवेश करने वाली उड़ानों के लिए निकटतम एयरपोर्ट है।
उन्होंने साफ किया कि अमेरिकी विमान अवैध अप्रवासियों को लेकर अमृतसर में उतरा क्योंकि यह उनके लिए सबसे उपयुक्त स्थान था।
वहीं, बीजेपी नेता तरुण चुघ ने निर्वासितों को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भगवंत मान साहब पंजाब के लोग जानना चाहते हैं कि मासूम नौजवान कैसे बाहर गए, क्यों जाना पड़ा, कौन थे वो लोग जिन्होंने उनकी जिंदगी खराब की।
उन्हें अवैध रास्ते क्यों अपनाने पड़े, किसने भेजा, कौन थे वो धोखेबाज एजेंट जिन्होंने उनकी जिंदगी खराब की?
पंजाब बीजेपी के महासचिव अनिल सरीन ने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं कि जो लोग डिपोर्ट होकर भारत आ रहे हैं, उनमें अधिकतर पंजाब के हैं।
पंजाब सरकार बताए कि उन ट्रैवल एजेंट्स पर क्या कार्रवाई की गई। जो लोग पहले वापस आए वो किन ट्रैवल एजेंट्स के माध्यम से गए थे, इसके ऊपर अब तक क्या कार्रवाई की गई।