भारत को अमेरिका एफ-35 स्टील्थ लड़ाकू विमान बेचेगा, जिससे हम ऐसे घातक विमानों वाले देशों के खास क्लब में शामिल हो जाएंगे।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुद इस डील के बारे में जानकारी दी।
व्हाइट हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में ट्रंप ने कहा, ‘इस साल से हम भारत को कई अरब डॉलर की सैन्य बिक्री बढ़ाने वाले हैं। भारत को F-35 स्टील्थ लड़ाकू विमान मुहैया कराने का रास्ता साफ हो रहा है।’
नई दिल्ली और वाशिंगटन के बीच के इस डिफेंस डील को काफी अहम माना जा रहा है।
दरअसल, भारत के पहले से ही रूस के साथ गहरे रक्षा संबंध रहे हैं और यूएस ऐसे देशों को F-35 बेचने से कतराता रहा है, जहां विरोधियों के इसकी तकनीक चुराने का खतरा रहता है।
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत ने साल 2018 में रूस की S400 मिसाइल रक्षा प्रणाली खरीदने का फैसला लिया था। इसके चलते भी अमेरिका के साथ ताजा डील में बिक्री प्रक्रिया जटिल हो सकती है।
यूएस ने तुर्की के साथ एफ-35 के को-प्रोडक्शन को रद्द कर दिया था।
क्योंकि, उसने S-400 खरीदने का फैसला लिया और वाशिंगन को डर था कि इससे रूस विमान की तकनीक के बारे में काफी कुछ जान जाएगा।
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ‘आज हमारी बैठक में प्रधानमंत्री और मैंने अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया व जापान के बीच मजबूत सहयोग की पुष्टि की। शांति और समृद्धि बनाए रखने के लिए यह काफी महत्वपूर्ण है।’
F-35 लड़ाकू विमान की खासियतें –
1. एफ-35 लाइटनिंग II दुनिया के सबसे एडवांस और वर्सेटाइल फाइटर जेट में से एक है।
2. लॉकहीड मार्टिन की ओर से इसे अमेरिका और उसके सहयोगियों के लिए बनाया गया है।
3. फाइटर जेट में स्टेल्थ, सिचुएशनल अवेयरनेस और नेटवर्क से जुड़ी लड़ाकू क्षमताएं हैं।
4. खास बात है कि F-35 जेट सुपरसोनिक गति से बिना किसी पहचान के काम कर सकते हैं।
5. एफ-35 तीन वैरिएंट में आता है। F-35A को टेकऑफ और लैंडिंग के लिए डिजाइन किया गया है।
6. F-35B शॉर्ट टेकऑफ और वर्टिकल लैंडिंग में सक्षम है, जिसे यूएस मरीन कॉर्प्स ऑपरेट करता है।
7. एफ-35C को यूएस नेवी के लिए बनाया गया जो कि एक कैरियर-आधारित मॉडल है।