माघ पूर्णिमा: सुबह से शाम तक इन शुभ मुहूर्त में करें पूजा, जानें पूजाविधि और स्नान-दान का समय…

प्रवीण नांगिया (ज्योतिष सलाहकार):

 माघ पूर्णिमा का स्नान-दान व व्रत आज रखा जाएगा। इस साल की माघ पूर्णिमा बहुत अधिक महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि इस दिन सूर्य का कुंभ राशि में गोचर भी है।

महाकुंभ के कारण इस दिन का महत्व और अधिक बढ़ गया है। कुंभ संक्रांति को स्नान-दान का विशेष अवसर माना जाता है।

इस दिन गंगा, यमुना और अन्य पवित्र नदियों में स्नान करने से कई यज्ञों के समान पुण्य प्राप्त होता है। पूर्णिमा तिथि पर मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा-आराधना से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।

आइए जानते हैं पूजा व स्नान-दान मुहूर्त, उपाय, मंत्र व पूजाविधि-

सुबह से लेकर शाम तक माघ पूर्णिमा पर इन मुहूर्त में करें पूजा

  1. लाभ – उन्नति 07:02 ए एम से 08:25 ए एम
  2. अमृत – सर्वोत्तम 08:25 ए एम से 09:49 ए एम
  3. शुभ – उत्तम 11:12 ए एम से 12:35 पी एम
  4. चर – सामान्य 03:22 पी एम से 04:46 पी एम
  5. लाभ – उन्नति 04:46 पी एम से 06:09 पी एम
  6. शुभ – उत्तम 07:46 पी एम से 09:22 पी एम
  7. अमृत – सर्वोत्तम 09:22 पी एम से 10:59 पी एम
  8. चर – सामान्य 10:59 पी एम से 12:35 ए एम, फरवरी 13
  • ब्रह्म मुहूर्त- 05:19 ए एम से 06:10 ए एम
  • अभिजित मुहूर्त- कोई नहीं
  • विजय मुहूर्त- 02:27 पी एम से 03:11 पी एम
  • गोधूलि मुहूर्त- 06:07 पी एम से 06:32 पी एम
  • अमृत काल- 05:55 पी एम से 07:35 पी एम

स्नान-दान का समय: पंचांग अनुसार, माघ मास की पूर्णिमा तिथि आज बुधवार को सायं 07:55 बजे तक रहेगी। उदयातिथि के अनुसार, 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा है।

पूजन स्नान-दान के लिए इस दिन सुबह 5.19 बजे से सुबह 6.10 बजे तक ब्रह्म मुहूर्त हैं। लाभ-उन्नति मुहूर्त सुबह 07.02 से 08.25 बजे तक, अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त सुबह 08.25 से 09.49 बजे तक है।

शुभ योग: आज प्रात: काल सौभाग्य योग रहेगा। पंचांग अनुसार, इसके बाद प्रात: 08.07 बजे के बाद शोभन योग लग जाएगा। इसके अलावा शिववास योग भी बन रहा है।

वर्तमान में शनि देव कुंभ राशि में विराजमान हैं। सूर्य देव भी आज कुंभ राशि में गोचर करेंगे।

माघ पूर्णिमा पूजा-विधि

पवित्र नदी में स्नान करें या पानी में गंगाजल मिलकर स्नान करें

भगवान श्री हरि विष्णु और मां लक्ष्मी का जलाभिषेक करें

माता का पंचामृत सहित गंगाजल से अभिषेक करें

अब मां लक्ष्मी को लाल चंदन, लाल रंग के फूल और श्रृंगार का सामान अर्पित करें

मंदिर में घी का दीपक प्रज्वलित करें

संभव हो तो व्रत रखें और व्रत लेने का संकल्प करें

माघ पूर्णिमा की व्रत कथा का पाठ करें

श्री लक्ष्मी सूक्तम का पाठ करें

पूरी श्रद्धा के साथ भगवान श्री हरि विष्णु और लक्ष्मी जी की आरती करें

माता को खीर का भोग लगाएं

चंद्रोदय के समय चंद्रमा को अर्घ्य दें

अंत में क्षमा प्रार्थना करें

मंत्र: ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नम:

उपाय- माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए माघ पूर्णिमा के दिन श्री लक्ष्मी चालीसा का पाठ करें। वैवाहिक दिक्कतें दूर करने के लिए लक्ष्मी नारायण की जोड़े में पूजा करें और माता को शृंगार का सामान भी चढ़ाएं।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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