गाजा में इजरायल और हमास के बीच 15 महीनों तक चली लड़ाई अब युद्धविराम के साथ समाप्त होती नजर आ रही है।
हमास 7 अक्तूबर को बंधक बनाए गए लोगों को धीरे-धीरे करके छोड़ रहा है तो इसके साथ ही इजरायल भी अपनी जेलों में बंद फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा कर रहा है।
यह सबकुछ एक संघर्ष विराम समझौते के तहत हो रहा है। शनिवार के दिन हमास की तरफ से तीन इजरायली बंधकों को रिहा कि गया। लेकिन इन बंधकों की हालत ने सभी इजरायलियों को सकते में डाल दिया है।
बंधकों की हालत को देखकर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास के अधिकारियों की तुलना राक्षसों से करते हुए, उनकी जमकर निंदा की।
इतना ही नहीं उन्होंने अपनी जनता से वादा किया कि वह आतंकवादी समूह का खात्मा करके ही रहेंगे। नेतन्याहू ने कहा कि हमास द्वारा रिहा किए गए बंधकों की कमजोर हालत को ध्यान में रखा गया है। हम इसका जवाब दिया देंगे।
शनिवार को रिहा किए गए इन तीनों बंधकों को रेडक्रॉस के हाथों सौंपने से पहले हमास के लड़ाकों ने वहां मौजूद जनता के सामने अपनी बात रखने को कहा। तीनों दुबले-पतले लोग बहुत ही खराब हालत में दिख रहे थे।
यह पहली बार था जब हमास के लड़ाकों ने बंधकों को कुछ कहने के लिए कहा हो। इससे पहले जो लड़ाके छोड़े गए थे उनकी तुलना में इन लोगों की हालत बहुत ही खराब थी।
हमास के चंगुल से रिहा किए जाने के बाद इन तीनों बंधकों को रेडक्रॉस को सौंप दिया गया। रेडकॉस की टीम इन्हें लेकर इजरायली क्षेत्र में आई।
यहां पर एक हॉस्पिटल में इन्हें भर्ती कर दिया गया। इनकी देखरेख कर रहे डॉक्टरों के मुताबिक इन तीनों की हालत खराब है। ऐसा लगता है।
पूरे साल के दौरान इनको मॉलन्यूट्रिशियन की समस्या से गुजरना पड़ा है। इसलिए तीनों ही बंधकों का काफी वजन घट गया है। इनकी चिकित्सा जांच की जा रही है। फिलहाल इन्हें ऑब्जर्वेशन में रखा गयाा है।