इजरायल ने बुधवार को बताया कि गाजा में बंदी बनाए गए 11 और लोग इस सप्ताह दो दिनों में मुक्त किए जाएंगे।
इनमें पांच थाई नागरिक शामिल हैं। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि उसे हमास से एक लिस्ट प्राप्त हुई है, जिसमें आठ बंधकों की पहचान की गई है।
यह घोषणा उस समय की गई जब हमास के अधिकारियों ने इजरायल पर गाजा में सहायता की आपूर्ति में देरी करने और समझौते को खतरे में डालने का आरोप लगाया।
गाजा युद्धविराम की शर्त इजरायल के बंधकों की रिहाई पर आधारित है, जो 7 अक्टूबर, 2023 को हमास के हमले के दौरान बंधक बनाए गए थे। बदले में 1,900 फिलिस्तीनी कैदियों को इजरायल की जेलों से रिहा किया जाएगा।
अब तक हमास ने सात बंधकों को रिहा किया है और इसके बदले में 290 फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ा गया है।
इजरायल के प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि गुरुवार को आठ बंधकों को रिहा किया जाएगा, जिनमें तीन इजरायली और पांच थाई नागरिक शामिल हैं। रिहा किए जाने वाले इजरायली नागरिकों के नाम अर्बेल यहुद, आगम बर्गर और गदी मोसेस हैं।
हमास के दो वरिष्ठ अधिकारियों ने इजरायल पर सहायता आपूर्ति में देरी करने का आरोप लगाया। गाजा की पुनर्निर्माण के लिए आवश्यक सामान जैसे ईंधन, तंबू, भारी मशीनरी और अन्य उपकरण शामिल थे। एक अधिकारी ने कहा, “सहायता आपूर्ति के लिए यह सामग्री पहले सप्ताह में आनी चाहिए थी।”
इजरायल ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने इसे पूरी तरह से झूठी खबर बताया। प्रवक्ता ने कहा, “रविवार से लेकर बुधवार सुबह तक 3,000 ट्रक गाजा में दाखिल हुए हैं। समझौते में यह संख्या सात दिनों में 4,200 ट्रक होनी चाहिए।”
आपको बता दें कि यह समझौता 2023 में इजरायल पर हमास के हमले के बाद से चल रहे 15 महीने के युद्ध को समाप्त करने के लिए है।
दोनों पक्ष फिलहाल इस समझौते के पहले 42-दिन के चरण को लागू कर रहे हैं, जिसके तहत 33 बंधकों की रिहाई होनी है।