विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सिंह ने जिला मुख्यालय दुर्ग में आयोजित मुख्य समारेाह में फहराया राष्ट्रीय ध्वज
गणतंत्र दिवस समारोह दुर्ग जिले में पूरे हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने जिला मुख्यालय दुर्ग में आयोजित गणतंत्र दिवस मुख्य समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराया और परेड की सलामी ली।
उन्होंने उल्लास एवं उमंग के प्रतीक रंगीन गुब्बारे आसमान में छोड़े। इस अवसर पर डॉ. सिंह ने शहीदों के परिजनों को शॉल एवं श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया।
गणतंत्र दिवस समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि गणतंत्र दिवस का यह पावन पर्व हमें यह अवसर प्रदान करता है कि हम देश की आजादी के लिए हमारे स्वंतत्रता संग्राम सेनानियों और शहीदों के संघर्ष एवं बलिदान को स्मरण कर उन्हें नमन करें।
देश के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के पावन प्रयास, समर्पण, साहस, त्याग से न केवल देश को स्वतंत्रता प्राप्त हुई, अपितु एक सफल गणतंत्र भी निर्माण हुआ।
विगत सात दशकों से अधिक की हमारे भारतीय गणतंत्र की यात्रा में हमने उन्न्त, विकसित प्रजातंत्र का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया है।
हमारा राष्ट्रीय संविधान राष्ट्र की अस्मिता का प्रतीक है। यह हमारे लिए केवल एक किताब नहीं है, बल्कि इसे हम जीवन की आचार संहिता मानते हैं।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सिंह ने कहा कि भारतीय संविधान की सबसे बड़ी विशषेता यह है कि वह देश के नागरिकों को एकता के सूत्र में पिरोए हुए हैं।
विभिन्न जाति, धर्म और संस्कृतियां इस एकता के सूत्र में बंधी हुई है और यही राष्ट्रीय एकता हमारी पहचान है। देश के प्रत्येक नागरिकों के लिए दात्यिवों और अधिकारों के संरक्षण का भाव हमारे संविधान में निहित है। संविधान की अंतर्निहित भावना यही है कि सबका साथ और सबका विकास हो।
संविधान की इसी भावना को दृष्टिगत रखते हुए देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने अपने प्रयासों से राष्ट्र के समग्र विकास के संकल्प को मजबूती से स्थापित किया है।
यह हम सबके लिए सुखद अनुभूति है कि हमारा भारत आज एक नई संभावनाओं के दौर से गुजर रहा है और हम अपने अतीत के विश्व गुरू के गौरव को पुनः हासिल करने की ओर अग्रसर है।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि भारतीय संविधान एक महान संविधान है वह जीवन्त, सर्वशक्तिमान और सार्वभौम है।
वह देश के समस्त नागरिकों के अधिकारों का संरक्षण और दायित्वों की पूर्ति हेतु प्रेरित करता है। वस्तुतः संविधान केवल प्रदर्शन का विषय नहीं है यह आत्म विश्लेषण का विषय है।
मैं यह मानता हूं कि संविधान के विषय में जानकार होना, बोलना और लिखना इससे कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण संविधान को स्वीकर कर उसका पालन करना होता है।
इसलिए हमारी यह कोशिश होनी चाहिए कि हम अपने संविधान का सम्मान करें, उसका पालन करें। देश के नागरिक होने के नाते राष्ट्र के प्रति अपने राष्ट्रीय दायित्वों की पूर्ति हेतु सतत रूप से सजग और गंभीर बनें। अपने अधिकारों से कहीं ज्यादा हम अपने राष्ट्रीय कर्त्तव्यों को पूर्ण करने का संकल्प लें। मैं समझता हूं हमारी यह भावना ही देश की सच्ची सेवा होगी।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि गणतंत्र दिवस का पर्व हम भारतवासियों के लिए आत्म विश्लेषण का दिन है। देश के नागरिक होने के नाते हम यह विचार करें कि एक नागरिक के रूप में हम कितनी ईमानदारी और सत्यता से अपने राष्ट्रीय दायित्वों की पूर्ति कर रहे हैं।
राष्ट्र की उन्नति में हमारा क्या योगदान है। देश को हमसे क्या अपेक्षाएं है और क्या हम उन अपेक्षाओं को पूर्ण करने हेतु सजग और समर्पित भाव से योगदान दे रहे हैं। उपरोक्त प्रश्नों के उत्तर में ही देश प्रेम, राष्ट्रीय एकता, राष्ट्र की अखण्डता का भाव छुपा हुआ है। मेरा आपसे यह अनुरोध है कि इन सभी प्रश्नों को आप स्वयं से अवश्य पूछें।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सिंह ने कहा कि यह हमारे लिए उपलब्धि का विषय है कि भारतीय लोकतंत्र को विश्व एक आदर्श के रूप में मानता है। विशेष रूप से विगत डेढ़ दशकों में भारत ने दुनिया के समक्ष अपने आपकों तीसरी बड़ी महाशक्ति के रूप में स्थापित करने में सफलता हासिल की है।
भारतीय कला, संस्कृति, धर्म, दर्शन, आध्यात्म, योग, शिक्षा, विज्ञान और सामरिक क्षेत्र से लेकर प्रत्येक क्षेत्र में हमारा देश आज न केवल आत्म निर्भर है अपितु विश्व के मानचित्र में अपना विशिष्ट स्थान बनाने में सफल हुआ है। इन उपलब्धियों का श्रेय देश के समर्पित निष्ठावान नागरिकों और कुशल नेतृत्व को जाता है।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सिंह ने कहा कि गणतंत्र दिवस के इस पावन अवसर पर यह अवगत कराते हुए मुझे अपार प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है कि हम छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न श्रद्धेय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की भवना के अनुरूप पं. दीनदयाल उपाध्याय जी के अन्त्योदय विकास की अवधारण को पूर्ण करने में उत्तरोत्तर अग्रसर है।
उन्होंने कहा कि शांति, समृद्धि और स्वावलम्बन का भाव आम जनों की जीवन शैली में स्पष्ट रूप से दिख रहा है। विशेष कर नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग में एक नए दौर की शुरूवात हुई है। इस अवसर पर मैं राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा और शांति को कायम रखने के लिए जिन बहादुर सुरक्षा सैनिकों ने अपने प्राणों की आहूति दी है उनके पावन बलिदान, वीरता और साहस को सादर नमन करता हूं, उन्हें अपनी सादर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
उन्होंने गणतंत्र दिवस के इस पुनीत अवसर पर लोगों को बधाई दी और आव्हान किया कि आइए हम सब मिलकर अपने भारतीय संविधान की रक्षा का संकल्प लें, संविधान की भावना के अनुरूप देश के प्रति अपने कर्त्तव्यों का पालन करें और अपने अधिकारों के प्रति सजग और जागृत रहें।
गणतंत्र दिवस समारोह में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सिंह ने कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी और एसपी जितेन्द्र शुक्ला के साथ परेड का निरीक्षण किया और आम नागरिकों का अभिवादन स्वीकार किया। केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, सीमा सुरक्षा बल, सशस्त्र सीमा बल, छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल, जिला पुलिस बल (पुरूष), नगर सेना और जिला पुलिस बल (महिला), एनसीसी जुनियर एवं सीनियर रेडक्रॉस और स्काउट गाइड के 11 प्लाटून द्वारा आकर्षक मार्च पास्ट किया।
कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने मुख्यमंत्री जी का जनता के नाम संदेश का वाचन किया। इस अवसर पर स्कूली बच्चों ने पारम्परिक एवं देश-भक्ति गीतों पर नयनाभिराम सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। विभिन्न 16 विभागों ने झांकी के माध्यम से उपलब्धियां प्रदर्शित की गई।
समारोह में विधायक डोमनलाल कोर्सेवाड़ा, विधायक गजेन्द्र यादव, आईजी आर.जी. गर्ग, स्थानीय जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, जिला एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारी एवं कर्मचारी और विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थी उपस्थित थे।