ट्रंप और मोदी की फिर होगी मुलाकात, अगले महीने अमेरिका में हो सकता है उनका रुख; क्या होंगे प्रमुख मुद्दे?…

अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद एक बार फिर से डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात हो सकती है।

यह बैठक अगले महीने यानी कि फरवरी में आयोजित हो सकती है। भारतीय और अमेरिकी राजनयिक फरवरी में वॉशिंगटन में पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के के बीच एक बैठक आयोजित करने का प्रयास कर रहे हैं।

दो भारतीय सूत्रों के हवाले से यह बात न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने बताई है। अगर यह बैठक होती है तो एक बार फिर से पीएम मोदी और ट्रंप की केमिस्ट्री देखने को मिल सकती है।

सूत्रों ने बताया है कि चीन का मुकाबला करने के प्रयासों में अमेरिका का रणनीतिक साझेदार भारत अमेरिका के साथ व्यापार संबंधों को बढ़ाने और अपने नागरिकों के लिए कुशल श्रमिक वीजा प्राप्त करना आसान बनाने का इच्छुक है।

सूत्रों ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच चर्चा के अन्य विषय टेक्नॉलोजी और रक्षा क्षेत्रों में साझेदारी को बढ़ाना भी होगा। ये कुछ मुद्दे हैं जो ट्रंप और मोदी की बैठक में एजेंडे में शामिल होंगे।

ट्रंप के व्हाइट हाउस में लौटने से नई दिल्ली में अधिकारियों के बीच भारत पर टैरिफ लगाए जाने को लेकर चिंता बढ़ गई है। ट्रंप ने भारत को उन देशों में से एक बताया है, जो अमेरिकी उत्पादों पर उच्च टैरिफ लगाते हैं। उन्होंने संकेत दिया है कि वह भी टैरिफ लगाने के पक्ष में हैं।

सूत्रों ने बताया कि भारत अमेरिका को कुछ रियायतें देने को तैयार है। हालांकि, उसे आधिकारिक तौर पर अमेरिका द्वारा पारस्परिक शुल्क लगाने की किसी योजना के बारे में सूचित नहीं किया गया है।

अधिकारियों को उम्मीद है कि दोनों के बीच जल्द ही होने वाली बैठक ट्रंप के नए कार्यकाल में संबंधों को सकारात्मक रूप से शुरू करने में मदद करेगी।

पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच अच्छे रिश्ते माने जाते हैं। ट्रंप ने अपने पिछले कार्यकाल के दौरान फरवरी 2020 में भारत का दौरा किया था।

तब अहमदाबाद के क्रिकेट स्टेडियम में एक लाख से अधिक भारतीयों की मौजूदगी थी। ट्रंप ने भारत को एक अविश्वसनीय व्यापार सौदे का वादा किया था।

उससे पहले 2019 में, ट्रंप ने ह्यूस्टन में पीएम मोदी के साथ हाउडी मोदी रैली की, जिसमें 50,000 लोग शामिल हुए, जिनमें मुख्य रूप से भारतीय अमेरिकी थे। मोदी-ट्रंप की नई मुलाकात की नींव रखना भारतीय विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर के एजेंडे में है, जो सोमवार को ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए और अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से मिले।

अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है और दोनों देशों के बीच दोतरफा व्यापार 2023-24 में 118 बिलियन डॉलर को पार कर गया, जिसमें भारत ने 32 बिलियन डॉलर का ट्रेड सरप्लस रिकॉर्ड किया गया।

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