अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के तौर पर डोनाल्ड ट्रंप शपथ ले चुके हैं।
सोमवार को कैपिटल रोटुंडा में भव्य समारोह भी आयोजित हुआ, जिसमें भारत समेत अन्य देशों से मेहमान पहुंचे थे। खास बात है कि भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे विदेश मंत्री एस जयशंकर को प्रथम पंक्ति में स्थान दिया गया।
अब सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि उन्हें पीछे जाने के लिए कहा गया था। जानते हैं सच्चाई।
समाजवादी पार्टी के नेता यासर शाह समेत कई एक्स यूजर्स ने एक वीडियो पोस्ट किया। करीब 35 सेकंड के इस वीडियो के साथ लिखा गया, ‘जयशंकर को राष्ट्रपति कार्यक्रम में पिछली पंक्ति में खड़े होने के लिए कहा गया और उन्होंने इनकार कर दिया। दुनिया के सबसे लोकतंत्र को वह और कितना शर्मिंदा करेंगे।’ उनके अलावा भी कई यूजर्स ने वीडियो शेयर किए।
समारोह का वीडियो
वीडियो के एक कोने में नजर आ रहे JCCIC का मतलब जॉइंट कांग्रेश्नल कमेटी ऑन इनॉग्युरल सेरेमनी है। इसकी आधिकारिक वेबसाइट (https://www.inaugural.senate.gov/live/) पर समारोह का पूरा वीडियो मौजूद है। YouTube चैनल के जरिए पोस्ट यह वीडियो 7 घंटे 40 मिनट 55 सेकंड का है।
अमेरिका के संविधान में JCCIC का जिक्र मिलता है। साल 1901 से लेकर अब तक और अमेरिकी संविधान के 20वें संशोधन के अनुसार, कैपिटल में निर्वाचित राष्ट्रपति और निर्वाचित उपराष्ट्रपति के उद्घाटन समारोह की जिम्मेदारी JCCIC पर होती है। कमेटी की तरह से पहली बार राष्ट्रपति विलियम मैकिन्ले के शपथ ग्रहण समारोह की योजना तैयार की गई थी।
चार बिंदुओं में सारी कहानी
जयशंकर को लेकर किए जा रहे दावे के साथ जिस वीडियो को शेयर किया जा रहा है, वह 7 घंटे 40 मिनट 55 सेकंड की स्ट्रीमिंग में सिर्फ 3 घंटे 9 मिनट 15 सेकंड तक का है।
3:08:09: वीडियो के इस अंश में देखा जा सकता है कि दोनों पंक्तियों के बीच में मौजूद एक महिला कैमरा पर्सन सबसे आगे खड़े एस जयशंकर के सामने पहुंच जाती हैं।
3:08:49: इसके बाद दूसरी तरफ की तीसरी पंक्ति में मौजूद एक महिला हरकत में आती हैं और कैमरा पर्सन के पास जाती हैं।
3:08:53: यहां देखा जा सकता है कि वह भारतीय विदेश मंत्री के सामने मौजूद कैमरा पर्सन के कंधे पर हाथ रखती हैं और उन्हें पीछे जाने के लिए कहती हैं।
3:09:18: यहां नजर आ रहा है कि महिला का आदेश पाते ही महिला कैमरा पर्सन पीछे की ओर चली जाती हैं।