इजराइल और हमास ने गाजा में 15 महीने से जारी विनाशकारी युद्ध को रोकने के लिए संघर्ष विराम समझौते को लेकर सहमति जता दी है।
मध्यस्थों ने बुधवार को यह जानकारी दी। इसके साथ ही बंधकों की रिहाई का रास्ता खुल गया है। इजरायल और हमास के बीच सीजफायर कतर और अमेरिका की मध्यस्थता से मुमकिन हो पाया है।
डोनाल्ड ट्रंप की गद्दी संभालने से पहले यह सीजफायर जो बाइडेन प्रशासन के लिए बड़ी उपलब्धि है। इससे पहले अमेरिका ने मध्यस्थता करके इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच सीजफायर कराया था।
इससे पहले रिपोर्ट सामने आई थी कि इजरायल ने हमास पर नई शर्तें थोपने का आरोप लगाकर सीजफायर पर अड़ंगा लगा दिया था।
हालांकि नई रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों पक्ष सीजफायर पर राजी हो गए हैं।
कतर की राजधानी दोहा में कई हफ्तों की बातचीत के बाद हुए इस समझौते में हमास की ओर से चरणबद्ध तरीके से बंधकों की रिहाई, इजराइल में सैकड़ों फलस्तीनी कैदियों की रिहाई और गाजा में विस्थापित हजारों लोगों को वापस लौटने की अनुमति देना शामिल है। समझौते के तहत, क्षेत्र में अत्यंत आवश्यक मानवीय सहायता भी पहुंचाई जाएगी।
अमेरिका और हमास ने सीजफायर की पुष्टि की
अमेरिका के तीन अधिकारियों और हमास के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि समझौता हो गया है। दोहा में मध्यस्थों द्वारा आधिकारिक घोषणा से पहले सौदे की रूपरेखा पर चर्चा करने वाले तीनों अमेरिकी अधिकारियों ने निजी रूप से यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने कहा कि अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन बृहस्पतिवार को समझौते के सिलसिले में संबोधन की तैयारी कर रहे हैं।
समझौते को अभी इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के मंत्रिमंडल की मंजूरी की जरूरत होगी, लेकिन आने वाले दिनों में समझौते के प्रभावी होने की उम्मीद है।
इस समझौते के तहत युद्ध को पहले, छह सप्ताह के लिए रोकने की उम्मीद है, जिसके साथ ही युद्ध को पूरी तरह समाप्त करने पर बातचीत शुरू होगी।
गाजा में 46 हजार से अधिक मौत
हमास ने सात अक्टूबर, 2023 को इजराइल पर हमला कर दिया था, जिसमें 1,200 लोग मारे गए थे और 250 अन्य को बंधक बना लिया गया था।
इसके बाद इजराइल ने जवाबी हमले किये, जिसमें फलस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार 46,000 से अधिक फलस्तीनी मारे गए थे।
इसके अलावा गाजा की अनुमानित 90 प्रतिशत आबादी विस्थापित हो गई और मानवीय संकट पैदा हो गया। नवंबर 2023 में हुए एक सप्ताह के संघर्ष विराम के दौरान गाजा से 100 से अधिक बंधकों को रिहा किया गया था।