रूस और यूक्रेन के बीच हो रहे महा संग्राम के बीच एक भारतीय युवक की मौत हो गई है।
ऐसी जानकारी मिली है कि वह व्लादिमीर पुतिन की सेना के लिए युद्ध लड़ रहा था। युवक केरल का रहने वाला था।
उसके रिश्तेदार ने संवाददाताओं को कहा कि मॉस्को में भारतीय दूतावास ने उन्हें जानकारी दी कि वह रूसी सैन्य सहायता सेवा में कार्यरत था और मारा गया। हालांकि आधिकारिक रूप से ऐसी कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
केरल के त्रिशूल में रहने वाला बिनिल पेश से इलेक्ट्रीशियन था और अपने चचेरे ससुर के साथ कुछ महीने पहले रूस पहुंचा था।
सोमवार को उसके रिश्तेदार सनीश ने कहा कि बिनिल और उसके चचेरे ससुर जैन टी को रूस और यूक्रेन युद्ध में जबरदस्ती उतार दिया था। उन्हें वापस लाने के लगातार प्रयास किए जा रहे थे, इस बीच बिनिल की मौत की खबर सामने आई।
सनीश ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “मॉस्को में भारतीय दूतावास ने हमें उनकी मौत की जानकारी दी। यह खबर सुनने के बाद जॉइसी (बिनिल की पत्नी) सदमे में हैं।” उन्होंने दावा किया कि अधिकारियों को यह जानकारी रूसी सेना से मिली है।
4 अप्रैल को गए थे रूस
त्रिशूर जिले के वडक्कनचेरी के पास कुरानचेरी के निवासी बिनिल और जैन को घर वापस लाने की अपील कर रहे थे।
बिनिल (32) और जैन (27) आईटीआई मैकेनिकल डिप्लोमा धारक हैं और इलेक्ट्रीशियन और प्लंबर के रूप में काम करने की उम्मीद से 4 अप्रैल को रूस गए थे। हालांकि, रिश्तेदारों के अनुसार, रूस पहुंचते ही पर उनके भारतीय पासपोर्ट जब्त कर लिए गए और बाद में उन्हें रूसी सैन्य सहायता सेवा के हिस्से के रूप में युद्ध क्षेत्र में तैनात कर दिया गया।
युद्ध में जबरन भर्ती, सामान तक छीन ले गए
उनके रिश्तेदारों ने कहा कि यूक्रेन के युद्धग्रस्त क्षेत्र में कहीं फंसे हुए हैं जो अब रूसी नियंत्रण में है, बिनिल और जैन ने अपने मोबाइल फोन और अन्य कीमती सामान खो दिए, जिससे उनकी कठिनाइयां और बढ़ गईं और वे अपनी वापसी के लिए अधिकारियों से मदद मांग रहे थे।
जैन अस्पताल में भर्ती
रिश्तेदारों ने बताया कि जैन को भी चोटें आई हैं और उनका मॉस्को में इलाज चल रहा है। बिनिल ने परिवार को सूचित किया था कि उसे और उसके साथी को युद्ध के मोर्चे पर अग्रिम पंक्ति की सेवा के लिए नियुक्त किया गया है।