प्रवीण नांगिया (ज्योतिष सलाहकार):
कुंभ मेले को देश-दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और धार्मिक मेला माना गया है। यूपी के प्रयागराज में महाकुंभ की शुरुआत पौष पूर्णिमा यानी 13 जनवरी 2025 से होगी।
महाकुंभ प्रयागराज शहर के त्रिवेणी संगम गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती नदी के संगम पर आयोजित किया जाता है। महाकुंभ मेले का आयोजन हर 12 वर्षों के अंतराल पर होता है।
खास बात यह है कि महाकुंभ प्रयागराज में ही लगता है। मान्यता है कि कुंभ मेले में स्नान करने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिलती है और सभी सुखों को भोगकर अंत में मोक्ष मिलता है।
30-45 दिनों तक चलने वाला कुंभ मेला हिंदू समुदाय के लिए काफी खास होता है। जानें 2025 में महाकुंभ के बाद अगला कुंभ कब और कहां लगेगा।
अगला कुंभ कब और कहां लगेगा: 12 साल बाद वर्ष 2028 में 27 मार्च से 27 मई तक उज्जैन में सिंहस्थ महापर्व का आयोजन होगा।
इस महापर्व में 09 अप्रैल से 08 मई तक 03 शाही स्नान व 07 पर्व स्नान प्रस्तावित हैं।
उज्जैन में कुंभ मेला शिप्रा नदी के किनारे आयोजित किया जाता है। अनुमान है कि इस कुंभ में 14 करोड़ श्रद्धालु शामिल हो सकते हैं। इससे पहले मध्य प्रदेश में सिंहस्थ महाकुंभ 2016 में लगा था।
उज्जैन में कब लगता है कुंभ मेला: उज्जैन में आयोजित होने वाले कुंभ को सिंहस्थ कुंभ कहा जाता है। जब गुरु सिंह राशि में और सूर्य मेष राशि में होते हैं, तब उज्जैन में महाकुंभ का आयोजन होता है।
महाकुंभ 2025 शाही स्नान की तिथियां- महाकुंभ 2025 में पहला शाही स्नान 13 जनवरी 2025 को पौष पूर्णिमा पर होगा।
शाही स्नान 14 जनवरी 2025 को मकर संक्रांति पर होगा, तीसरा स्नान 29 जनवरी 2025 को मौनी अमावस्या पर किया जाएगा।
चौथा शाही स्नान 2 फरवरी 2025 को बसंत पंचमी पर होगा, पांचवां शाही स्नान 12 फरवरी 2025 को माघ पूर्णिमा पर होगा और आखिरी शाही स्नान 26 फरवरी 2025 को महाशिवरात्रि पर किया जाएगा।