पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव और बाबरी मस्जिद विध्वंस के कई किस्से हैं।
कुछ रिपोर्ट में यह दावा किया जाता है कि जब कारसेवक अयोध्या में बाबरी मस्जिद का विध्वंस कर रहे थे तब प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव सो रहे थे।
वहीं, किसी रिपोर्ट में यह कहा जाता है कि उस समय वह पूजा कर रहे थे और अपने अधिकारियों से उन्हें इस दौरान टोकने से मना किया था।
वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नैयर ने अपनी किताब ‘बियॉन्ड द लाइन्स’ में सोने की बात कही है। हालांकि उनके इस दावे का ओएसडी रहे पूर्व आईपीएस अधिकारी ने खंडन किया था।
पूर्व आईपीएस अधिकारी किशोर कुणाल उस समय अयोध्या मुद्दे पर गृह मंत्रालय में विशेष कर्तव्य अधिकारी (OSD) थे। उन्होंने कहा, “वास्तविक स्थिति यह है कि उस समय नरसिम्हा राव न तो पूजा कर रहे थे और न ही सो रहे थे, बल्कि वह जग रहे थे।
उन्हें गृह सचिव माधव गोदबोले से लगातार सूचना मिल रही थी। गोदबोले ने दोपहर 12:30 बजे के बाद हर आधे घंटे में नरसिम्हा राव को मस्जिद के विध्वंस की प्रक्रिया के बारे में सूचित किया।”
उन्होंने यह भी बताया कि गोदबोले ने न केवल राव को जानकारी दी बल्कि गृह मंत्रालय के लॉगबुक में इन सूचनाओं का दर्ज भी किया था। यह बात गोदबोले ने अपनी किताब ‘अनफिनिश्ड इनिंग्स’ में भी लिखी है।
किशोर कुणाल ने कहा, “यह जानकारी गोदबोले से सत्यापित की जा सकती है, जो अब भी जीवित हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि नैयर को अपनी निष्कर्षों को सुनने-सुनाने के बजाय संबंधित व्यक्तियों के बयान या दस्तावेजों के आधार पर आधारित करना चाहिए था। यह आजकल सूचना अधिकार अधिनियम के तहत आसानी से उपलब्ध हो सकते हैं।