आंबेडकर के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरने की तैयारी, नड्डा के आवास पर NDA की बैठक; बनाई गई बड़ी रणनीति…

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती के मौके पर बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू सहित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के नेताओं ने भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा के आवास पर बैठक की।

सूत्रों ने बताया कि एनडीए नेताओं ने सत्तारूढ़ गठबंधन पर कांग्रेस के हालिया राजनीतिक हमले पर चर्चा की और विपक्ष के इन आरोपों का मुकाबला करने के लिए एक स्वर में जवाब देने पर जोर दिया।

कांग्रेस ने शाह पर बी. आर. आंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाते हुए हमला किया है। गृह मंत्री ने विपक्षी पार्टी पर उनके भाषण की एक छोटी क्लिप का इस्तेमाल कर उनकी टिप्पणियों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया है।

एनडीए के बड़े नेता हुए शामिल

सूत्रों के अनुसार शाह और नड्डा ने कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन का ध्यान सुशासन और लोगों के कल्याण पर होना चाहिए, जिसके लिए उसे जनता का समर्थन मिला है।

बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, जद (यू) नेता और केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह, अपना दल (एस) की अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के साथ-साथ जद (एस) नेता और केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी मौजूद थे।

एनडीए द्वारा समन्वय को बढ़ावा देने के लिए एक व्यापक तंत्र स्थापित किए जाने पर जोर दिया गया और कहा गया कि इसके सदस्य प्रमुख मुद्दों पर परामर्श करना जारी रखेंगे तथा मंत्री और अन्य वरिष्ठ नेता नियमित रूप से सांसदों से मिलेंगे।

बैठक में हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (एस) नेता जीतन राम मांझी, राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) के अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य उपेंद्र कुशवाहा और भारत धर्म जन सेना के अध्यक्ष तुषार वेल्लापल्ली भी मौजूद थे।

सुशासन के मुद्दों पर हुई चर्चा

बैठक के एजेंडे के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में सुशासन और राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा हुई। सुशासन वाजपेयी सरकार का एक प्रमुख विषय था।

पहली बार सफलतापूर्वक गठबंधन सरकार चलाने वाले दिग्गज भाजपा नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर एनडीए की बैठक आयोजित करने का निर्णय लिया गया।

नड्डा ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”आज नयी दिल्ली में एनडीए नेताओं की बैठक में भाग लिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत अभूतपूर्व मील के पत्थर हासिल कर रहा है और खुद को वैश्विक महाशक्ति के रूप में स्थापित कर रहा है।”

उन्होंने कहा, “एनडीए सरकार सभी के लिए एक उज्ज्वल और समृद्ध भविष्य सुनिश्चित करने के वास्ते ‘विकसित भारत’ के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने में दृढ़ है।”

अटल बिहारी वाजपेयी को भी किया गया याद

उत्तर प्रदेश की निषाद पार्टी के प्रमुख संजय निषाद ने कहा कि वाजपेयी की जन्मशती के अवसर पर एनडीए नेताओं की यह अनौपचारिक बैठक थी। उन्होंने कहा, “हमारी भविष्य की रणनीति मिलकर आगे बढ़ने की है। हमें आगामी सभी चुनावों में एकता दिखानी होगी। बैठक में सभी ने हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में जीत के लिए भाजपा नेताओं को बधाई दी।”

निषाद ने कहा कि बैठक में गठबंधन की रणनीति पर भी चर्चा की गई ताकि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किए गए ‘सभी काम’ जमीन तक पहुंचें और ‘चुनाव के दौरान लोगों से किए गए वादे’ पूरे हों। उन्होंने कहा कि बैठक में मछुआरा समुदाय को आरक्षण देने का मुद्दा भी उठा। उन्होंने कहा, “मैंने मछुआरा समुदाय को आरक्षण देने के मुद्दे पर 30-37 पेज का साक्ष्य दिया था क्योंकि यह एक चुनावी वादा था। वे एक सप्ताह बाद हमें बुलाएंगे और इस पर चर्चा करेंगे।”

यह पूछे जाने पर कि क्या आंबेडकर पर शाह की टिप्पणी के मुद्दे पर बैठक में चर्चा हुई, निषाद पार्टी प्रमुख ने कहा, ”… हम लोगों के कल्याण के लिए आए हैं। उसमें सफलता कैसे प्राप्त की जाए, उस पर ऊर्जा खर्च करने की जरूरत है।” विपक्षी दलों की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि नकारात्मक विचारों का जवाब देने की कोई आवश्यकता नहीं है।

एनडीए की बैठक ‘एक देश एक चुनाव’ संबंधी विधेयक के संसद में पेश किए जाने के कुछ दिन बाद हुई है। एनडीए के घटक दलों ने इसका समर्थन किया है। एक साथ चुनाव कराने के लिए दो विधेयकों को हाल ही में संपन्न संसद सत्र में लोकसभा में पेश किया गया था। बाद में इसे विचार के लिए संसद की संयुक्त समिति में भेजा गया था। समिति की बैठक आठ जनवरी को होने की उम्मीद है।

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