बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे हमलों और उसके खिलाफ उठ रहे अंतरराष्ट्रीय आक्रोश के बीच बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने राष्ट्रीय एकता की अपील की है।
उन्होंने कहा कि यह समय देश में सभी समुदायों और राजनीतिक दलों को मिलकर एकजुट होने का है। इसी उद्देश्य से वे छात्रों, राजनीतिक दलों और धार्मिक समुदायों के नेताओं के साथ अलग-अलग बैठक करेंगे।
अलग-अलग दलों से मिलेंगे मोहम्मद यूनुस
मंगलवार को ढाका स्थित फॉरेन सर्विस एकेडमी में आयोजित एक प्रेस ब्रीफिंग में मोहम्मद यूनुस के प्रेस सचिव शफीकुल आलम ने इस योजना की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि मंगलवार शाम छह बजे छात्र नेताओं के साथ बैठक होगी, जबकि बुधवार को प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं से बातचीत की जाएगी। धार्मिक समुदायों के नेताओं के साथ बैठक गुरुवार को प्रस्तावित है, हालांकि इसका समय अभी तय नहीं हुआ है।
प्रेस सचिव ने स्पष्ट किया कि इन बैठकों का उद्देश्य देश में राष्ट्रीय एकता स्थापित करना है। उन्होंने कहा, “हम देख रहे हैं कि हाल के कुछ घटनाक्रमों को लेकर झूठ फैलाया जा रहा है, और इसका हमारे देश की छवि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। यह बेहद जरूरी है कि हम सब मिलकर इस स्थिति से निपटें।”
भारतीय मीडिया पर साधा निशाना
मोहम्मद यूनुस की ओर से जारी बयान में भारत के कुछ मीडिया समूहों पर निशाना साधा गया। उन्होंने कहा, “हमने देखा है कि भारतीय मीडिया आक्रामक तरीके से गलत फैलाने में लगा है। हमें सामूहिक रूप से यह संदेश देना होगा कि बांग्लादेश की स्थिति को गलत तरीके से प्रस्तुत न किया जाए।”
हाल के दिनों में बांग्लादेश में हिन्दू समुदाय पर बढ़ते हमलों ने बांग्लादेश की छवि पर गहरी चोट पहुंचाई है।
धार्मिक स्थलों और अल्पसंख्यक नेताओं को निशाना बनाए जाने की घटनाओं ने भारत सहित अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बांग्लादेश की आलोचना को बढ़ावा दिया है।
इसके चलते मोहम्मद यूनुस की सरकार पर कड़ी कार्रवाई और स्थिति सुधारने का दबाव है।